उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए देहरादून जिले में भाजपा और कांग्रेस ने ज्यादातर बागियों को मनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। अब सिर्फ कैंट और धर्मपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के बागी मैदान में डटे हैं। सोमवार को डोईवाला, ऋषिकेश, रायपुर और सहसपुर सीट पर कांग्रेस और भाजपा से बगावत कर निर्दल नामांकन कराने वाले नेताओं ने नाम वापस ले लिया।
भाजपा ने देहरादून कैंट सीट पर बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे दिनेश रावत और धर्मपुर सीट पर निर्दल नामांकन करने वाले बीर सिंह पंवार को मनाने का प्रयास किया, मगर सफलता नहीं मिली। वहीं, दिनेश रावत ने देर शाम भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया। उधर, डोईवाला सीट पर ब्रजभूषण गैरोला को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुभाष भट्ट ने बगावत कर निर्दल नामांकन किया था। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीनों असंतुष्टों को मना लिया और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। इससे यहां भाजपा की चिंता दूर हो गई है।
ऋषिकेश सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी जयेंद्र रमोला को टिकट देने का विरोध कर रहे पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने भी नामांकन वापस ले लिया है। उन्होंने जयेंद्र को समर्थन देने की बात कही है। इसी तरह रायपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता सूरत सिंह नेगी ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है। उधर, सहसपुर सीट पर आर्येंद्र शर्मा को प्रत्याशी घोषित किए जाने के विरोध में कांग्रेस नेता आकिल अहमद ने निर्दल नामांकन किया था। कांग्रेस नेताओं ने उन्हें मना लिया, जिसके बाद आकिल अहमद ने अपना नामांकन वापस ले लिया।