उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्र में भारी बर्फबारी का असर केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों पर भी पड़ा है। केदारनाथ में इन दिनों आठ फीट और बदरीनाथ में चार से पांच फीट तक बर्फ जमी हुई है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के अनुसार दोनों धामों में बर्फबारी के कारण फिलहाल कार्य करने की स्थिति नहीं बन पा रही। मार्च के पहले सप्ताह तक दोनों धामों में बर्फ की परत कुछ कम जो जाएगी। इसके बाद शेष बर्फ को हटाकर धामों में निर्माण कार्य शुरू करा दिए जाएंगे।
केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। वहां प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही केदारपुरी एकदम नए कलेवर में निखर चुकी है। पिछले वर्ष पांच नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ में 180 करोड़ रुपये की लागत के द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री के निर्देश पर ही राज्य सरकार ने केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को संवारने की महायोजना तैयार की। इसके अंतर्गत बदरीनाथ में 229 करोड़ रुपये की लागत से प्रथम चरण के निर्माण कार्य होने हैं और इनका शिलान्यास भी प्रधानमंत्री कर चुके हैं।
इससे पहले कि पुनर्निर्माण कार्य गति पकड़ते मौसम के बिगड़े मिजाज के बाद दोनों धामों में हुई जोरदार बर्फबारी ने इस राह में बाधा खड़ी कर दी। एक माह से अधिक समय से पुनर्निर्माण कार्य रुके हुए हैं। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि दोनों धामों में इस बार बर्फ बहुत अधिक जमा है। ऐसे में बर्फ पिघलने की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि मार्च के प्रथम सप्ताह में दोनों धामों से बर्फ हटाने के लिए कार्रवाई शुरू की जाएगी। इस सिलसिले में कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।