देहरादून। कांग्रेस ने प्रदेश में पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ 10 मार्च के बाद सख्त रुख अपनाने के संकेत दिए हैं। कई जिलों से भितरघात होने की सूचना भी मिली है। ऐसी शिकायतों और प्रकरणों का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव में खम ठोकने वाले बागियों को पहले ही निष्कासित किया जा चुका है। चुनाव में भितरघात की शिकायतें कई जिलों से पार्टी को मिली हैं। जिला इकाइयों ने भी ऐसे मामले उठाए हैं। स्थानीय स्तर पर उन नेताओं और कार्यकर्ताओं की जानकारी एकत्र की जा रही है, जिन्होंने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम किया या उन्हें समर्थन देने के प्रति उदासीन रहे। बूथ इकाइयों से भी इस संबंध में ब्योरा लिया जा रहा है।
मतदान से पहले कई स्थानों पर पार्टी के भीतर उभरे असंतोष को भी गंभीरता से लेने के संकेत हैं। प्रदेश संगठन को बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग समेत कई जिलों से ऐसी शिकायतें मिली हैं। जिला इकाइयों से इस संबंध में विस्तृत ब्योरा मांगा जा रहा है। 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद ऐसी शिकायतों का परीक्षण कर अनुशासनहीनता बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भितरघात के प्रकरणों पर पार्टी कड़ा रुख अपनाएगी। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में ब्योरा प्राप्त किया जा रहा है।
भाजपा में भी हलचल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार के सांसद डा रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की। बुधवार को सांसद निशंक के आवास पर हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच चुनावी समीक्षा और सामयिक विषयों पर बातचीत हुई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक इन दिनों लगातार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। बीते रोज उन्होंने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के साथ पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इन मुलाकातों के केंद्र में संभावित चुनाव परिणाम और पार्टी संगठन द्वारा भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों को लेकर की जा रही चर्चा है। वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का यह क्रम आगे भी जारी रहने की संभावना है।