देहरादून। विभिन्न एजेंसियों के एक्जिट पोल में उत्तराखंड में भाजपा व कांग्रेस दोनों को ही सत्ता का दावेदार बताए जाने के बाद ये दल सतर्क हो गए हैं। इस कड़ी में भाजपा ने योजना तैयार की है। पार्टी के केंद्रीय नेताओं की मतगणना पर पल-पल की नजर रहेगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पहले ही देहरादून में डेरा डाल चुके हैं और मंगलवार को केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी भी यहां पहुंच जाएंगे। उधर, एक्जिट पोल आने के दौरान प्रदेश भाजपा कार्यालय में सोमवार शाम को सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन पार्टी नेताओं की अन्य स्थानों से इस पर बराबर नजर बनी रही। उनका दावा है कि भाजपा फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान संपन्न होने के बाद से भाजपा निरंतर ही बूथ स्तर से फीडबैक ले रही थी। अब जबकि मतगणना के लिए दो दिन का समय शेष रह गया है तो भाजपा की धड़कनें भी बढ़ी हैं। यद्यपि, सोमवार शाम को विभिन्न एजेंसियों के एक्जिट पोल आने के बाद पार्टी मंथन में जुट गई है। मतगणना के लिए के वह अपनी योजना तैयार कर चुकी है तो मतगणना के परिणाम आने के बाद की तीन संभावित स्थिति के लिए भी पार्टी ने अपनी योजना बनाई है। इसके मुताबिक पार्टी प्रत्याशी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय में रहेंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार गत दिवस देहरादून पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को भी भाजपा नेताओं से त्रिस्तरीय योजना के संबंध में विमर्श किया। यही नहीं, एक्जिट पोल आने पर पार्टी नेता लगातार दावा कर रहे हैं कि बूथ स्तर से पार्टी को जो फीडबैक मिला है, उसके अनुसार भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है। कई एजेंसियों के एक्जिट पोल में भी यही बात कही जा रही है।मदन कौशिक (अध्यक्ष उत्तराखंड भाजपा) का कहना है कि विभिन्न एजेंसियों ने एक्जिट पोल कुछ व्यक्तियों की राय के आधार पर तैयार किए हैं। भाजपा ने अपने बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया है। 10 मार्च को ईवीएम खुलने पर यह साफ हो जाएगा कि राज्य में भाजपा फिर से सरकार बनाने जा रही है।