उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों में से पांच पर महिला मतदाताओं का वर्चस्व

उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों में से पांच पर महिला मतदाताओं का वर्चस्व

उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों में से पांच पर महिला मतदाताओं का वर्चस्व है, जबकि आठ में महिला व पुरुष मतदाताओं की संख्या लगभग बराबरी पर है। निर्वाचन आयोग की ओर से मंगलवार को जारी की गई विधानसभा सीटवार मतदाताओं की सूची इसकी पुष्टि करती है। राज्य में पुरोला सीट पर सबसे कम 73534 मतदाता हैं, जबकि धर्मपुर में सर्वाधिक 205524।

निर्वाचन आयोग ने हाल में जिलेवार मतदाताओं की सूची जारी की थी। इसके मुताबिक प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 8143922 है। इनमें 3919334 महिला और 4224288 पुरुष मतदाता है। अब विधानसभा सीटवार मतदाताओं की सूची जारी की गई है। इसके मुताबिक गढ़वाल मंडल की दो और कुमाऊं मंडल की तीन सीटों पर महिला मतदाता अधिक हैं। इसके अलावा कोटद्वार, चौबट्टाखाल, कर्णप्रयाग व पौड़ी सीटें ऐसी हैं, जिनमें महिला एवं पुरुष मतदाता लगभग बराबरी हैं। उनके बीच 161 से 728 का अंतर है। इसके अलावा घनसाली, देवप्रयाग, खटीमा व प्रतापनगर सीटों पर पुरुष मतदाताओं की संख्या महिलाओं से केवल 1200 से 1600 अधिक है।

विधानसभा की 45 सीटें ऐसी हैं, जिनमें मतदाताओं की संख्या एक लाख से अधिक है। इनमें गढ़वाल की 26 और कुमाऊं की 19 सीटें शामिल हैं।राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर सर्विस मतदाताओं की संख्या 93964 है। इनमें 2568 महिलाएं और शेष पुरुष मतदाता हैं। डीडीहाट में सर्वाधिक 4438 और रुद्रपुर में सबसे कम 131 सर्विस मतदाता हैं।प्रदेशभर में 68478 दिव्यांग मतदाता हैं। द्वाराहाट में सर्वाधिक 1413 और डोईवाला में सबसे कम 131 दिव्यांग मतदाता हैं। 37 विधानसभा क्षेत्रों में इनकी संख्या 1000 से 1413 के बीच है, जबकि शेष में सौ से 1000 के मध्य।विधानसभा की 70 में 44 सीटों पर 300 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं। मंगलौर सीट पर इनकी संख्या सर्वाधिक 28 है।

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