कांग्रेस में चुनाव को लेकर टिकट फाइनल होने की स्थिति में है। पहले चरण में उन सीटों पर नाम घोषित कर दिए जाएंगे जिन पर दावेदारी को लेकर ज्यादा घमासान नहीं है। मौजूदा विधायकों के अलावा पूर्व विधायकों वाली सीटें भी इसमें शामिल हैं। मगर कुमाऊं से गढ़वाल तक कई विधानसभा सीट ऐसी है जहां पर दावेदारों की संख्या ज्यादा है।
ऐसे में सह प्रभारियों के जरिये इन सीटों पर दावेदारों को एकजुट करने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए तीन जोन बनाकर प्रभारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। सह प्रभारी कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी ले रहे हैं। अब देखना यह है कि चुनाव लडऩे का मन बना चुके कितने दावेदार एक नाम पर सहमत होते हैं।
उत्तराखंड में विधानसभा की 70 सीटों पर कांग्रेस से अभी तक 478 नेताओं ने दावेदारी की है। जिसमें 78 महिलाएं भी शामिल है। चारों कार्यकारी अध्यक्ष अपनी-अपनी सीट पर चुनाव तैयारियों में जुटे हैं। श्रीनगर से प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल उतर सकते हैं। डीडीहाट में दावेदारों की संख्या ज्यादा होने की वजह से स्थानीय कांग्रेसी पूर्व सीएम हरीश रावत चुनाव लडऩे की मांग कर चुके हैं।
कांग्रेस के लिए उन सीटों पर असहजता की स्थिति नहीं है। जहां पर वर्तमान विधायक या पूर्व विधायक टिकट मांग रहे हैं। मगर अन्य सीटों पर कई जगहों पर दावेदारों की लंबी लिस्ट है। संगठन में सक्रियता और पार्टी में सेवा के साल गिना सभी खुद को दावेदार बता रहे हैं। ऐसे में टिकट घोषणा होते ही बगावत की स्थिति भी पैदा हो सकती है। इसलिए सह प्रभारियों की ड्यूटी लगी है।