देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है। दूसरी सूची में भी जहां हरक सिंह रावत का नाम शामिल नहीं है तो वहीं उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को लैंसडौन विधानसभा सीट से मैदान में उतारा गया है। हालांकि, अभी इस बात को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है कि आखिर हरक सिंह रावत चुनाव लड़ेंगे या नही? उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल गहन मंथन के बाद सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतार रहे हैं। एक ओर जहां भाजपा 70 सीटों में से 59 पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है तो कांग्रेस 64 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है। रामनगर सीट से हरीश रावत चुनावी मैदान में हैं। तो हरक सिंह रावत पर अब भी बात नहीं बनी है। हालांकि, उनकी बहू अनुकृति गुसाईं पर पार्टी ने लैंसडौन से दांव खेला है। अगर तीसरी सूची में भी हरक सिंह रावत का नाम नहीं होता है तो उन्हें अपनी पूरी ताकत बहू अनुकृति को जिताने में लगी होगी।
भाजपा से निष्कासित किए जाने के बाद पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की कांग्रेस में काफी इंताजार के बाद एंट्री हुई थी। उन्होंने हाल ही में बहू अनुकृति गुसाईं के साथ कांग्रेस का हाथ थामा था। उनकी कांग्रेस में लेट एंट्री की वजह 2016 के प्रकरण को लेकर हरीश रावत की नाराजगी बताई गई। हालांकि, हरक सिंह रावत माफी मांगने को भी तैयार थे।अभी हरक सिंह रावत के चुनाव लड़ने पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। पर, राजनीतिक गलियारों में चर्चे हैं कि वे चौबट्टाखाल सीट से मैदान में उतर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर दो कद्दावर नेता आपस में भिड़ेंगे। यहां से अभी सतपाल महाराज विधायक हैं। हालांकि, वे कांग्रेस उन्हें इस सीट से मैदान में उतारती है या फिर एक परिवार एक टिकट के फार्मूले पर चलती है ये तीसरी सूची के बाद ही साफ हो पाएगा।