रुद्रप्रयाग। जैसे जैसे 2024 के लोकसभा चुनावों का समय नजदीक आने लगे वैसे ही राजनीतिक दलों मे आरोप प्रत्यारोपो के बहाने सुर्खियों मे रहने व बयान बाजी के दौर भी हावी होने लगे है,विशेष कर दोनो प्रमुख दलो भाजपा-काँग्रेस मे आजकल एक दूसरे पर आरोप लगाने का युद्ध छिड़ा हुआ है।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने बयान जारी करते हुए कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा द्वारा पिछले सवा साल साल के कार्यकाल में जिस प्रकार से कोंग्रेस पार्टी को उत्तराखंड मे तेज गति से मुख्यधारा में लाया गया उससे राज्य में भाजपा सरकार की बेचैनी बढ़ गई है क्यों कि कारण माहरा ने पिछले 5 वर्षों से राज्य में बुरी तरह हार चुकी कांग्रेस को खड़ी करने में दिनरत एक कर नई जान फूंकने का कार्य किया जिसके चलते आज कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देने की स्थित में आ गई है।
काँग्रेस प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि करण माहरा प्रदेश अध्यक्ष बनते ही जनपदों का दौरा कर घर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा के खिलाफ सड़कों पर उतार दिया और राज्य के ज्वलंत मुद्दों को पर धार देनी शुरू कर दी इसके अलावा माहरा ने राज्य में भ्रमण के उपरांत कई ऊर्जावान युवाओं को जिलों में संगठन की कमान भी सौंप दी यही नहीं उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था बदती मंहगाई राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार सरकारी नौकरी में भ्रष्टाचार राज्य की सड़कों की बदहाली एवं गढ़वाल के सबसे चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड बेरोजगारों पर लाठीचार्ज भाजपा सरकार के मंत्रियों की गुंडागर्दी किसानों से जुड़ी समस्याओं जैसे विषयों पर तत्काल पूरे प्रदेश में आंदोलन का बिगुल फूंका और समय-समय पर भाजपा को असहजता की स्थिति में खड़ा कर दिया कई मौकों पर तो भाजपा जवाब तक नहीं दे पाई।
श्री नेगी ने कहा कि जब भाजपा को लगा कि अब उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के नौजवान प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को रोकना नामुमकिन सा है तो भाजपा छिछोरी हरकत पर उतर आई और उनके भाषण की एक वीडियो को कट पेस्ट कर झूठा प्रचारित करने का कुचक्र रच डाला जो कि एक बड़े राजनीतिक षड्यंत्र की ओर इशारा करती है क्योंकि राज्य में जिस तरह करण माहरा द्वारा कांग्रेस पार्टी व पार्टी से दूर घर बैठे कार्यकर्ताओं को संघर्ष के लिए तैयार किया गया उससे अब भाजपा को 2024 लोकसभा में हार का डर सताने लगा और उसने करण माहरा के खिलाफ इस प्रकार का षड्यंत्र रचने का प्रयास कर डाला जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा भाजपा को इससे कोई भी सफलता मिलने वाली नहीं है।
हालांकि इन आरोपों का आम जनता पर क्या असर पड़ेगा ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा मगर राज्य बने इन 23 सालों मे भाजपा-काँग्रेस की ही सरकारे बनती रही, लेकिन जिस आशा, विश्वास और पहाड़ों के विकास को लेकर पृथक राज्य की लड़ाई लड़ी गईं उसे पूरा करने मे अभी तक काँग्रेस -बीजेपी दोनों ही पूर्ण रूप से विफल ही नजर आयी है।