पिथौरागढ़। अपनी संस्कृति और परंपराओं को समर्पित मेरो पहाड़ द्वारा विगत 3 वर्षों की तरह इस वर्ष भी सातू आठू सम्मान ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिस पर बिरुड़ पंचमी से लेकर गमारा के विसर्जन तक कि अपने-अपने गांव की परंपराओं को वीडियो के माध्यम से टीम मेरो पहाड़ तक प्रतिभागियों द्वारा पहुंचाया जाना है और जिस गांव पर इस परंपरा का निर्वहन पारंपरिक तौर से उत्साह और भव्यता के साथ किया जाता है उसे उस वर्ष हेतु सातू आठू सम्मानित गांव घोषित किया जाता है।
मेरो पहाड़ के अध्यक्ष पूर्व सैनिक मयूख भट्ट द्वारा बताया गया है कि विगत 3 वर्षों में इस प्रतियोगिता के माध्यम से 53 गांव मेरो पहाड़ साथ जुड़े हैं और इस प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी इन परंपराओं की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ा है, जिससे वह इन परंपराओं को समझने के साथ-साथ और उत्साह पूर्वक मनाने के लिए अपने अपने गांव को प्रेरित कर रहे हैं जिससे सकारात्मक परिणाम सबके सम्मुख आ रहे हैं।
पिछले 3 वर्षों से आयोजित इस प्रतियोगिता पर पहले वर्ष जहां बिण गांव,दूसरे वर्ष दूरस्थ खेला गांव तथा तीसरे वर्ष अझेड़ा गांव को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इस प्रतियोगिता के माध्यम से सीमांत क्षेत्र से लेकर मैदानी क्षेत्र में बस रहे पहाड़ के लोगों द्वारा भी सुंदरता के साथ प्रतिभाग किया जा रहा है। मेरो पहाड़ के सचिव राजेंद्र जोशी जी द्वारा बताया गया की पिछले दो वर्षो से मैदानी क्षेत्र से रुड़की से भी गांव इस प्रतियोगिता के माध्यम से जुड़े थे वही इस बार कई अन्य मैदानी क्षेत्रों से लेकर पहाड़ी इलाकों से इस कार्यक्रम को लेकर युवाओं द्वारा लगातार टीम मेरो पहाड़ से संपर्क साधा जा रहा है, जिसे देखकर इस वर्ष इस कार्यक्रम के भव्य होने का अनुमान लगाया जा रहा है जिससे और अधिक गांव इस प्रतियोगिता के माध्यम से जुड़ अपने गांव की परंपराओं को और समृद्ध बनाएंगे। इसके लिए गांव की प्रविष्टि को व्हाट्सएप नंबर 74174 88660 पर वीडियो के माध्यम से भेजने को कहा गया है।
इस प्रतियोगिता हेतु टीम मेरो पहाड़ से ममता भट्ट,राहुल भट्ट, पुष्पा भट्ट,गिरीश भट्ट आदि लोगों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों युवाओं को अपनी संस्कृत से जुड़ते हुए इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु आग्रह किया गया है।