लालकुआं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जनता से वादा किया है कि वह बिंदुखत्ता क्षेत्र की मालिकाना हक की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाएंगे। उनका कहना है कि बिंदुखत्ता क्षेत्र उत्तराखंडियत और उत्तराखंडी संघर्ष का प्रतीक है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वर्ष 1980 में जब बिंदुखत्ता क्षेत्र अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा था तब वह अल्मोड़ा क्षेत्र के सांसद थे, और वह बिंदुखत्ता की जनता के साथ खड़े रहे। हरीश रावत यह वादा करता है कि बिंदुखत्ता राजस्व गांव की लड़ाई को सफलता के मुकाम तक पहुंचाएगा। इसके अलावा लालकुआं, गौलापार एवं चोरगलिया क्षेत्र के गांव के भाई बहनों से भी वादा करना चाहता हूं कि क्षेत्र के मालिकाना हक के संघर्ष को मेरी सरकार ने स्वीकृति प्रदान की थी, उसे भी मुकाम तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा मैं कहना चाहता हूं कि गौला यदि वरदान है तो एक बड़ी चुनौती भी है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए हमने गौला से भूमि कटाव को बचाने के लिए बाढ़ नियंत्रण का काम शुरू किया था।
मगर भाजपा के लोगों ने वह काम रोक दिया। गौला का रिवरफ्रंट डेवलपमेंट गौला ओवरब्रिज का निर्माण हरीश रावत की प्रतीक्षा कर रहा है। रावत का कहना है कि मैं यही लालकुआं में आपके पास रहूंगा। मैं अपनी राजनीतिक समस्त पूजी लेकर सेवा और विकास के संकल्प के साथ आपके दरवाजे पर खड़ा रहूंगा। मैं हमेशा से आपके सुख दुख में भागीदार रहा हूं। आप मुझे अपनाइए और मैं उत्तराखंडियत को ऊंची बुलंदी पर ले जाने का संकल्प लेता हूं।