देहरादून। गुलदार को पकड़ने के लिए मसूरी वन प्रभाग द्वारा आज भी सर्च अभियान तेज कर दिया है। आज मंगलवार को प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वैभव कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी डा० उदय नंद गौड, दिनेश नौडियाल एवं रायपुर रेंज के रेंजर राकेश नेगी के नेतृत्व में 30 वन कर्मियों के दल के साथ रायपुर रेंज के अंतर्गत गब्बर बस्ती, रिस्पना नदी, क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान पशुचिकित्साधिकारी डा० दिप्ती अरोडा एवं पशुचिकित्साधिकारी डा० प्रदीप मिश्रा मौजूद रहे।
22 जनवरी को रात्रि में उक्त स्थल पर गुलदार के पगमार्ग पाये गये थे। दोनों पशुचिकित्साधिकारियों द्वारा पगमार्ग वाले स्थल का मौका निरीक्षण किया। उक्त स्थल पर मिले पगमार्ग का पी०ओ०पी० के द्वारा सैम्पल लिया गया। उक्त स्थल पर गुलदार पकड़ने के लिये तीन पिंजरे, पांच कैमरा ट्रैप एवं दो लाईव कैमरे लगाये गये हैं। गुलदार को पकडने / रेस्क्यू करने के लिये बनायी गयी दोनों टीमों को अलर्ट मोड़ में रखा गया है जिसमें से एक टीम सहस्त्रधारा हैलीपैड क्षेत्र में एवं दूसरी टीम रिस्पना नदी, चिडोवाली क्षेत्र में गस्त/ निगरानी कर रही है।
वहीं आज मानव वन्य जीव संर्घष के प्रकरणों पर विचार-विमर्श हेतु डॉ० समीर सिन्हा प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई। जिसमें नरेश कुमार मुख्य वन संरक्षक, गढ़वाल पौड़ी, विनय भार्गव वन संरक्षक, यमुना वृत्त एवं वैभव कुमार प्रभागीय वनाधिकारी, मसूरी वन प्रभाग द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उक्त बैठक में डॉ० समीर सिन्हा प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये जिनमें मुख्यतः डाण्डा लखौण्ड वन क्षेत्र से लगे इलाकों जो संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित किये गये है, यहां लगभग 01 को०मी० की लम्बाई में सोलर फैसिंग यथा शीघ्र स्थापित की जाये, नियमित रूप से चलाये जा रहे गश्त एवं जनसम्पर्क अभियान को अग्रिम समय तक जारी रखा जाये, भ्रामक खबरें व झूठी विडियो प्रसारित करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये एवं किसी भी माध्यम से प्राप्त वन्यजीव की उपस्थिति की सूचना प्राप्त होने पर त्वरित रूप से मौके पर पहुंच कर आवश्यक कार्यवाही की जाये व समय-समय पर इस हेतु मॉक ड्रिल भी की जाये।
दोपहर बाद मुख्य वन संरक्षक, गढ़वाल नरेश कुमार द्वारा मालसी स्थित कंट्रोल रूम में प्रभागीय वनाधिकारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, रेंज अधिकारी, रायपुर रेंज, दोनों पशुचिकित्साधिकारियों एवं टीम के साथ गुलदार की उपस्थिति एवं गुलदार को पकडने हेतु की जा रही कार्यवाही की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।