देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि हल्द्वानी के वनभूलपुरा में हुई घटना ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। शुक्रवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत में यशपाल आर्य ने कहा कि कुंमाऊ का प्रवेश द्वार हल्द्वानी हमेशा से अमन-चैन, शांति और भाईचारे का प्रतीक रहा है। यहां इस तरह की घटना पूर्व में कभी नहीं घटी।
आर्य ने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि इस वक्त किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि इस घटना से एक बार फिर प्रदेश की लचर कानून- व्यवस्था की पोल खुल गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे कहीं न कहीं प्रशासनिक तैयारियों की कमी और शासन तंत्र का फेलियर भी देखने को मिला है
। नगर निगम, प्रशासन और पुलिस ने यहां चार फरवरी को जनता का विरोध देखा था, इसके बावजूद प्रशासन स्थितियों का ठीक से आंकलन नहीं कर पाया। ना ही टकराव रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इसी तरह प्रदेश की खुफिया एजेंसी भी सही जानकारी देने में असफल रही, नतीजा बिना तैयारी के अभियान शुरू किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रशासन और पुलिस बार-बार ड्रोन का प्रयोग कर कानून-व्यवस्था नियंत्रित किए जाने का दावा किया जाता है। तो फिर स्थितियों का जायजा लेने के लिए ड्रोन द्वारा हवाई सर्वे क्यों नहीं किया गया। स्थिति यह थी कि पुलिस बल को यहां से निकलने की जानकारी तक नहीं थी। उन्होंने प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।