भाजपा ने दृष्टि पत्र में अपनी भविष्य की योजनाओं का खाका खींचने के साथ ही केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों के कार्यकाल में राज्य में हुए कार्यों का हिसाब भी दिया है। पार्टी ने बताया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा, पूर्व सैनिक कल्याण, कृषि, महिला, स्वास्थ, बुनियादी ढांचा और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं। भाजपा ने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) के जरिये प्रदेश में 1.16 लाख पूर्व सैनिकों के लाभान्वित होने और पूर्व सैनिकों के लिए बकाया 530.57 करोड़ जारी करने को बड़ी उपलब्धि बताया है।
भाजपा ने उत्तराखंड को समृद्ध एवं अग्रणी राज्य बनाने में सरकार के कार्यों का जिक्र दृष्टि पत्र में किया है। इसमें देवभूमि उत्तराखंड की सीमा पर सैनिकों के आवागमन को सुविधाजनक करने के लिए पिथौरागढ़ में बनाए गए पुल और चारधाम परियोजना के कार्यों का उल्लेख किया है। साथ ही केंद्र द्वारा उत्तराखंड के ग्रामीण एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की 23 परियोजनाओं को गिनाया गया है। उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत पूर्व सैनिकों के मानदेय में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी, बलिदानियों के स्वजन को दी जानी वाली अनुग्रह राशि 20 लाख से बढ़ाकर 45 लाख किए जाने को भी भाजपा ने बड़ी उपलब्धि बताया है। कृषि क्षेत्र में भंडारण सुविधाओं के लिए वर्ष 2021-22 में 770 करोड़ रुपये का आवंटन, वृहद और लघु सिंचाई परियोजनाओं के लिए 8945 करोड़ रुपये का प्रविधान, कृषि अधिनियम बनाने और पीएम किसान निधि के तहत 526 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित करने का उल्लेख भी किया है।]
भाजपा ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण और गढ़वाल व कुमाऊं में 12-12 शक्तिपीठों को परिपथ के रूप में विकसित करने को भी उपलब्धियों के रूप में स्थान दिया है। महिलाओं के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत किए गए कार्यों का जिक्र भी किया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोविड टीकाकरण की शत-प्रतिशत प्रथम डोज लगाने, अटल आयुष्मान योजना के तहत सभी परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य योजना और अल्मोड़ा में मेडिकल कालेज की स्थापना को प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए अहम कदमों में शामिल किया है।प्रदेश के 6.51 लाख घरों को जल संयोजन देने, पिछले पांच वर्षों में बनाई गई 9751 किमी लंबाई की सड़कों, 1500 करोड़ की घरेलू गैस पाइपलाइन परियोजना को बुनियादी ढांचे को सुधारने को पार्टी ने बड़ा कदम बताया है। सीबीएसई पाठ्यक्रम से चलने वाले अटल स्कूल व शिक्षकों की संख्या में 20 प्रतिशत वृद्धि को भाजपा सरकार के कार्यकाल में किए गए प्रमुख कार्यों के रूप में शामिल किया गया है।