दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के नये मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी होंगी। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दल की बैठक में आतिशी मार्लेना के नाम पर मुहर लग गई है। सभी विधायकों ने उनके नाम का समर्थन किया है।
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला केस में सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत तो दे दी, लेकिन ऐसी शर्तों के साथ जिसके कारण वे मुख्यमंत्री का कार्य नहीं कर सकते थे, ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया जिसके बाद से ये सवाल उठ रहा था कि केजरीवाल के बाद दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था, वे पंजाबी राजपूत परिवार से आती हैं। उनके पिता विजय सिंह और मां तृप्ता सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। बताया जाता है कि आतिशी के पिता विजय सिंह ने ‘मार्क्स’ और ‘लेनिन’ से लिए गए कुछ अक्षरों को मिलाकर उनका नाम आतिशी मार्लेना रखा था। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आतिशी मार्लेना ने अपना नाम से मार्लेना शब्द हटा दिया और अब वो आतिशी के नाम से प्रसिद्ध हैं।
आतिशी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता के तौर पर की थी, वे आम आदमी पार्टी के गठन से ही पार्टी से जुड़ी हैं। इसके बाद जुलाई 2015 में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया ने आतिशी को अपना सलाहकार बनाया। वे अप्रैल 2018 पर इस पद पर रहीं। सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी को दिल्ली सरकार में शामिल किया गया और उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले। सिसोदिया की गैरमौजूदगी में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने का श्रेय भी आतिशी को दिया जाता है।
आप ने 2019 के लोकसभा चुनाव में आतिशी को पूर्वी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। गंभीर ने आतिशी को 4.77 लाख मतों से हराया था। इसके बाद 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने आतिशी को कालकाजी सीट से मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की।
आतिशी की शुरुआती पढ़ाई नई दिल्ली के पूसा रोड स्थित स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से साल 2001 में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया और वहां से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। आतिशी ने आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में कुछ समय तक काम किया। इसके बाद उन्होंने एक गैर-सरकारी संगठन संभावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के साथ भी काम किया।