पौड़ी। मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा 4 करोड़ 40 लाख 71 हजार की लागत से बने नव निर्मित मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पौड़ी के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है, जिसका लाभ सीधे जनता को पहुंचाया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य गठन के समय उत्तराखंड में एक भी मेडिकल कॉलेज नही था सबसे पहले श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बाद इस साल हरिद्वार और ग्राफिक एरा मेडिकल कॉलेज मिल गया है अब उधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज में अगले वर्ष एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में कोई भी चिकित्सक का पद रिक्त नहीं है चिकित्सकों के बैकलॉग के सभी पद भी शीघ्र ही भरे जाएंगे। कहा कि उत्तराखंड राज्य 2025 -26 में शत प्रतिशत चिकित्सको, स्टाफ नर्स व एएनएम की नियुक्ति की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 1500 वार्ड वाय की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है 350 लैब टेक्नीशियन की भर्ती भी शीघ्र होने जा रही है। कहा कि पौड़ी जनपद में अब एक भी शिक्षक की कमी नहीं है। कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने वाले 127 चिकित्सकों को दुर्गम क्षेत्र में नियुक्ति को लेकर बॉन्ड तोड़ने वाले चिकित्सकों को बर्खास्त किया गया है व एक करोड़ का जुर्माना लगाया गया है।
मंत्री ने कहा कि अभी तक राज्य में 60 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं तथा जिन लोगों के कार्ड नहीं बने हैं वह अपने नजदीकी सीएससी सेंटर में जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 272 जांचे निशुल्क की जा रही है, वहीं डायलिसिस रोगियों को घर से लाने ले जाने की सुविधा भी निशुल्क दी जा रही है। कहा कि ईजा बोई योजना के अंतर्गत चिकित्सालय में प्रसव उपरांत 2 हजार की प्रोत्साहन राशि लाभार्थी महिला को दी जा रही है। कहा कि अभी तक एक लाख लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन निशुल्क किया जा चुका है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सांप, कुत्ते के काटने के इंजेक्शन दवाइयां भी चिकित्सालयो में निशुल्क उपलब्ध हैं। कहा कि रोड एक्सीडेंट में घायल मरीज डेढ़ लाख रुपए का निशुल्क उपचार दिया जाएगा। कहा कि अभी तक 108 सेवा के माध्यम से 5 लाख बच्चों ने जन्म लिया यदि 108 सेवा किसी भी स्थान पर मरीज तक 15 या 20 मिनट में नहीं पहुंचती है तो 108 सेवा से ढाई हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब धनराशि काटी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि हर गरीब व्यक्ति को निशुल्क और बेहतर चिकित्सा प्राप्त हो सके।
मंत्री ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में प्रत्येक चिकित्सालय में एक चिकित्सक और एक स्टाफ नर्स को 24 घंटे तैनात रहना आवश्यक है जिस हेतु उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने यह भी कहा कि सीएमओ की जिम्मेदारी है कि वह अपने कर्मचारियों को कार्य के प्रति दुरुस्त रखें। उन्होंने आशा कार्यकत्रियों को प्रत्येक गर्भवती महिला को ट्रैक करने को कहा। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क गर्भवती महिला को एक सप्ताह पूर्व नजदीकी बड़े चिकित्सालय में प्रसव हेतु उनके रहने खाने इत्यादि की व्यवस्था विभाग की ओर से निशुल्क होगी। कहा कि अभी पौड़ी में 300 यूनिट ब्लड स्टोर की क्षमता है जिसे बढ़ाकर 500 यूनिट किया जाएगा। इसके साथ ही मिल्क बैंक बनाए जायेंगे जिससे कि नवजात को आसानी से दूध उपलब्ध हो सके। उन्होंने यह भी कहा की पौड़ी में 1 हजार एनसीसी कैडेट हेतु करीब 30 करोड़ की लागत से सेंटर का निर्माण किया जाएगा।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉo प्रवीण कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाoपारुल गोयल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉo रमेश कुंवर, पूर्व जिलाध्यक्ष सम्पत सिंह रावत, निवर्तमान पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम व अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।