राजकुमार केसरवानी/हल्द्वानी। विगत दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तराखंड राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री द्वारा इस संबंध में नैनीताल जिले में एक अभिनव पहल करते हुए महिला सुरक्षा मॉडल तैयार करने के निर्देश जिला प्रशासन नैनीताल को दिए गए।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल जिले में एक अभिनव प्रयास करते हुए, जिलाधिकारी वंदना सिंह द्वारा एक कार्ययोजना तैयार करते हुए महिला अधिकारियों को शामिल करते हुए, अपर निदेशक सेवायोजन ऋचा सिंह की अध्यक्षता में बाल विकास, चिकित्सा, शिक्षा एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया।
टीम द्वारा प्रथम चरण में हल्द्वानी नगर क्षेत्रान्तर्गत 40 विद्यालयों में 45 कार्यशालाओं का आयोजन कर बालिकाओं से महिला सुरक्षा के संबंध में चर्चा करते हुए उनसे सुझाव लिए गए।
इस संबंध में टीम की नोडल अधिकारी अपर निदेशक सेवायोजन ऋचा सिंह ने अवगत कराया कि इन कार्यशालाओं में विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि उन्हें अक्सर अनेक स्थानों में विभिन्न प्रकार से भय जैसा वातावरण महसूस होता है, जिसमें अंधेरे के समय नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट टाईट न होने के कारण, खाली खुली भूमि में जहाँ पर अधिक संख्या में भीड़/अराजक तत्व एकत्रित होते हैं ऐसे स्थानों से गुजरने पर विद्यालय को जाते व आते समय तेज रफ्तार में बाइकर्स का लगातार आने जाने से ओटो से सायं व रात्रि के समय यात्रा के दौरान चालकों का परिचय पत्र व अन्य जानकारी न होने के साथ ही विभिन्न ठेलों के समीप नशे में एकत्रित लोगों से भय महसूस होता है।
इस प्रकार की बातें इन कार्यशालाओं में बालिकाओं द्वारा समिति के सदस्यों को बताई। इन सभी प्रकार की समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु व एक भयमुक्त वातावरण तैयार करने हेतु जिले में एक कार्ययोजना तैयार करते हुए विभागों को जिम्मेदारी सौपी गई। जिसके अंतर्गत उरेडा तथा शहरी विकास विभाग द्वारा नगर के ऐसे क्षेत्र जहाँ पर अंधेरा रहता है, उन स्थानों में स्ट्रीट लाईट लगाई गई। इसके अतिरिक्त नगर में जिन-जिन स्थानों में खाली भूमि पड़ी है,उनमें निजी भूमि में संबंधित भूमि स्वामी द्वारा तथा सरकारी भूमि में संबंधित विभाग द्वारा घेड़बाड़ का कार्य किया गया जो जारी है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा नगर के विभिन्न ठेलों व ढाबों आदि क्षेत्रों में लगातार छापेमारी की कार्यवाही करते हुए अवैध शराब की बिक्री आदि पर रोकथाम के साथ ही चालान की कार्यवाही की गई।
इसी प्रकार नगर में संचालित सभी ऑटो में महिलाओं को यात्रा के दौरान भयमुक्त वातावरण बनाए जाने हेतु कार्ययोजना के अंतर्गत सभी ऑटो गाड़ी में महिला हेल्पलाइन नंबर व अन्य जानकारी अंकित करने के साथ ही प्रत्येक ऑटो चालक का एक ड्रेसकोड भी तैयार किया जा रहा है। इस संबंध में प्रशासन एवं परिवहन विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
उक्त व्यवस्था नवंबर से लागू होगी।इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा विद्यालयों में प्रातःकाल प्रवेश व छुट्टी के समय सादी वर्दी में चैकिंग अभियान के साथ ही रात्रि में पुलिस महिला गश्त को भी बढ़ा दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए टीम की नोडल अधिकारी ऋचा सिंह ने अवगत कराया कि कार्यशालाओं में प्राप्त इन सुझावों के आधार पर बालिकाओं को सुरक्षित माहौल दिए जाने हेतु संबंधित विभागों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए गए । उन्होंने कहा कि यह अभियान व कार्यशालाएं लगातार जारी रहेंगे।
यहां बता दें कि शनिवार को जिले के भ्रमण पर पंहुची प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को जिले में महिला सुरक्षा व भयमुक्त वातावरण बनाए जाने हेतु किए जा रहे इन कार्यो के बारे में जानकारी दी। इस सम्बंध में मुख्य सचिव ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर इस नैनीताल मॉडल को जिले के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।