सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन से बीएएलएलबी की पढ़ाई कर रहे सुयस ने बताया कि वह वंशिका को बहन मानता था। वंशिका ने उन्हें बताया था कि आरोपित आदित्य तोमर उससे परेशान करता है। उसे गोली मारने की धमकी देता था। गुरुवार शाम को उसने घटना को अंजाम दे ही दिया।दूसरी ओर वंशिका बंसल की हत्या के मामले में उसके स्वजन ने कालेज प्रबंधन पर आरोपित युवक के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। वंशिका के पिता राकेश बंसल ने बताया कि कालेज प्रबंधन उन पर लगातार फीस भरने का दबाव बना रहा था, इसके लिए उन्हें कालेज से भी धमकियां मिल रही थी। कालेज से उन्हें बार-बार धमकी भरे फोन आ रहे थे, जिसके कारण उन्होंने कुछ नंबरों को ब्लैकलिस्ट में भी डाल दिया था।
राकेश बंसल ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद उन्होंने अपनी बेटी का दाखिल पिछले साल अगस्त महीने में सहस्त्रधारा रोड स्थित सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन में करवाया था। इसके बाद सितंबर महीने में वंशिका कालेज आई थी। घर हरिद्वार में होने के कारण उन्होंने बेटी को कालेज के हास्टल में ही रखा था। बताया कि उन्हें पता लगा कि वंशिका का कालेज में ही किसी लड़की से झगड़ा हुआ था। वहीं, कालेज के विनोद पुंडीर ने बताया कि छात्रा के स्वजन ने फीस नहीं भरी थी, लेकिन वह केवल फीस भरने के लिए कहते थे। छात्रा को कालेज व हास्टल से नहीं निकाला गया। हर दिन शाम चार बजे कालेज बंद हो जाता है, इसके बाद घटना हुई।
राकेश बंसल ने बताया कि पांच बजे हुई इस घटना के बारे में कालेज की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई। उन्हें किसी और ने इसकी सूचना दी तो वह देहरादून के लिए चल पड़े। रास्ते में उन्हें रायपुर थाना पुलिस ने फोन करके घटना के बारे में जानकारी दी।घटना के बाद कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे मृतका के स्वजन की कालेज प्रबंधन के कुछ व्यक्तियों से हाथापाई हुई। कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे कालेज के फार्मेसी विभाग के निदेशक डीके से जब स्वजन ने घटना के बारे में पूछना चाहा तो वह कुछ नहीं बता पाए। इसी बीच मृतक के स्वजन में से किसी व्यक्ति ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। बीच बचाव में आए कालेज के अन्य स्टाफ से भी अभद्रता हुई।