देहरादून। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (11 अक्तूबर 2024) से एक दिन पूर्व गुरूवार को बालिका दिवस के उपलक्ष में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित पी0सी0 एवं पी0एन0डी0टी0 प्रकोष्ठ द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कालसी में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रसव पूर्व लिंग जांच को रोकने तथा भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध पर लगाम लगाने हेतु स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, स्थानीय निवासियों तथा छात्र-छात्रओं को जागरूक किया गया।
कार्यशाला में पी0सी0 पी0एन0डी0टी0 प्रकोष्ठ देहरादून में जिला समन्वय ममता बहुगुणा ने जानकारी दी कि पी0सी0 पी0एन0डी0टी0 अधिनियम के अंतर्गत प्रसव पूर्व जांच कराने के लिए उकसाने एवं मजबूर करने वाले व्यक्तियों/परिवारजनों तथा प्रसव पूर्व लिंग जांच करने वाले चिकित्सक के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। साथी ही लिंग जांच तथा भू्रण हत्या को रोकने के लिए इन्फॉर्मर रिवार्ड स्कीम की भी जानकारी दी गयी। जिसके तहत प्रसव पूर्व लिंग जांच कराने वाले व्यक्तियों तथा चिकित्सक की सूचना देने तथा उन्हें दंडित करवाने में सहयोग करने वाले व्यक्तियों को 2 लाख रुपए तक का रिवॉर्ड देने की योजना है।
इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ0 नमिता पंत द्वारा जनपद में बाल लिंगानुपात में सुधार करने के प्रयासों में सक्रिय सहयोग देने वाली आशा कार्यकत्रियों, आशा फैसिलिटेटर तथा ए0एन0एम0 को सम्मानित किया गया। हरिपुर स्थित विद्यालय में भी इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को जागरूकता संदेश दिया गया।
इस अवसर पर क्षेत्र में जागरूकता रैली का आयोजन भी किया गया। साथ ही जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिसके तहत प्रसव पूर्व लिंग जांच को रोकने हेतु संदेश दिया गया। इस अवसर पर कार्यशाला में बिमल मौर्य, दिनेश पाण्डेय, बीपीएम अमित पैन्यूली, सुशील बिजल्वाण, महावीर राणा, रेखा उनियाल, दीपा गुलाटी अदि उपस्थित रहे।