यूक्रेन में फंसे देहरादून के छात्रों को लेकर जिला प्रशासन की मशीनरी भी चिंतित है और उनकी वापसी के प्रयास कर रही है। प्रशासन की टीम छात्रों के घर जाकर स्वजन से न सिर्फ पूरी जानकारी प्राप्त कर रही है, बल्कि वापसी की प्रक्रिया भी बता रही है। इसी क्रम में जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार भी स्वयं छात्रों के घर पहुंचे और स्वजन को बच्चों की वापसी का भरोसा दिलाया।जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने कारगी चौक स्थित समृद्धि एन्क्लेव पहुंचकर विनायक थपलियाल व अस्मिता के स्वजन से बात की। जिलाधिकारी ने बताया कि छात्रों की सकुशल वापसी के लिए जिला प्रशासन पीएमओ व विदेश मंत्रालय के संपर्क में है, जो भी नवीनतम जानकारी स्वजन से मिल रही है, उसे शासन के माध्यम से केंद्र सरकार तक पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वजन से छात्रों के नवीनतम लोकेशन की जानकारी प्राप्त की। पता चला कि बच्चे यूक्रेन सीमा पर हैं और वापसी की राह देख रहे हैं। जिलाधिकारी ने तत्काल इस जानकारी को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ साझा किया। स्वजन ने भी जिला प्रशासन के प्रयास पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन उनके बच्चों को जल्द घर वापस ले आएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि यूक्रेन में जिले के 65 छात्रों के फंसे होने की जानकारी मिली थी। इनमें से 24 की घर वापसी हो चुकी है। बाकी 41 छात्रों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।यूक्रेन से दून पहुंचे छात्रों का जिला प्रशासन की टीम ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अपर जिलाधिकारी (एडीएम) केके मिश्र ने छात्रों को फूल दिए और उन्हें माला पहनाई। गुरुवार को एडीएम केके मिश्र ने टिहरी निवासी मनीष राणा, विकासनगर निवासी सागर सैनी, वत्सला व राजपुर निवासी योगिता का आइएसबीटी पर स्वागत किया। अपर जिलाधिकारी ने छात्रों की कुशलक्षेम पूछी और यूक्रेन के हालात के बारे में जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने बताया कि रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की तस्वीर बदल गई है। हर तरफ डर का माहौल है, लोग जान बचाकर भाग रहे हैं। छात्रों ने वतन वापसी के लिए किए गए सरकार के प्रयास की सराहना की और उम्मीद जताई कि सभी छात्र जल्द वापस लौट आएंगे। इस अवसर पर सहायक निदेशक सूचना बद्रीचंद नेगी उपस्थित रहे।