देहरादून। भाजपा ने कहा कि केदारनाथ उप चुनाव मे जीत के तमाम दावे करने वाली कांग्रेस की हकीकत यह है कि वह डरी हुई है और अधिकांश दावेदारों की चिंता विपक्ष के बजाय अपनों के हाथों निपटाने का डर है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने केदारनाथ में जीत के कांग्रेसी दावों पर तंज किया कि वहां तो दावेदारों को ही चुनाव लड़ाने वालों पर भरोसा नहीं है । साथ ही चुनाव लड़ाने वाले भी एक दूसरे को ही निपटाने में जुटे हैं। केदारनाथ ब्रह्मकमल की भूमि है और ब्रह्मकमल के साथ कमल का खिलना भी निश्चित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दा विहीन है और उसे पूर्व मे दिये गए मौके के बाद जनता उपलब्धियों के बारे मे भी पूछ रही है। भाजपा विकास कार्यों के बूते जनता के बीच मे है तो कांग्रेस मनगढंत आरोपों के चलते नैया पार करने की सोच रही है।
चौहान ने कहा कि संविधान, आरक्षण, जाति जनगणना, अग्निवीर, किसान, कानून व्यवस्था आदि तमाम मुद्दों पर उनकी पोल हरियाणा और जम्मू की जनता खोल चुकी है।
कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी को हास्यास्पद बताते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले ही कांग्रेस का घमासान दिखने लगा है और नेता तो एक दूसरे की ही पटकनी देने में लगे हैं। प्रदेश अध्यक्ष दो पर्यवेक्षकों की घोषणा करते हैं तो प्रभारी उनके ऊपर दो और पर्यवेक्षक बना देते हैं। पहले ही गुटबाजी के चलते दो वर्ष से प्रदेश कार्यकारिणी गठित करने की हिम्मत इनके अध्यक्ष नहीं जुटा पाए थे। जो थोड़े बहुत जिले पदाधिकारी घोषित भी किए, उन्हें भी केंद्रीय प्रभारी ने निरस्त कर दिए। हालत यह है कि पूरी पार्टी को प्रभारी दिल्ली में बैठकर चला रही हैं ।
उन्होंने कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके एक प्रत्याशी तो ऐसे हैं जिन्हें उम्मीदवार बनने पर भाजपा से ज्यादा कांग्रेसियों से ही अपने निपटने का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जमीनी आधार कितना है यह इससे समझा जा सकता है कि उनकी यात्राएँ वाहनों और वीआईपी कल्चर मे आयोजित हो रही है।
उन्होंने कहा कि केदारघाटी के विकास कार्यों के खिलाफ कोर्ट जाने की धमकी, सनातन के प्रति वैमनष्यता, तुष्टिकरण और महज आरोप प्रत्यारोप के सहारे केदार विजय का सपना देख रही कांग्रेस को जनता सबक सिखाने को आतुर है और उसे जल्दी ही इसका अहसास हो जायेगा।