देहरादून। प्रदेश में 14 फरवरी को मतदान के बाद से ही उत्साहित कांग्रेस खुश होने के साथ ही आशंकित भी हो गई है। एक्जिट पोल आने के बाद बांछें खिलने के साथ ही आशंका भी पैदा हो गई है। पार्टी को पूरी उम्मीद है कि उसे पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है। कुछ एक्जिट पोल में बहुमत नहीं मिलते देख पार्टी ने त्रिशंकु विधानसभा या विधायकों में तोड़फोड़ के अंदेशे को देखते हुए रणनीति बदली है। अब बैकअप प्लान तैयार कर नवनिर्वाचित विधायकों को राजस्थान भेजने पर विचार किया जा रहा है। पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी दिग्गज नेताओं, पदाधिकारियों व प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है।बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, मुख्य चुनाव पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश समेत पार्टी के केंद्रीय नेता भी बैठक में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मंगलवार या बुधवार को पहुंच सकते हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को सुरक्षित रखने की रणनीति पर भी बैठक में मंथन होगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार शाम प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में एक्जिट पोल देखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भारी बहुमत मिलने जा रहा है। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के प्रदेश में डेरा डालने पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ के लिए कुख्यात भाजपा नेता की मौजूदगी देखते हुए पार्टी को अपने विधायकों की सुरक्षा को लेकर विचार करना पड़ सकता है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सेना व अर्द्धसैनिक बलों के लिए जारी डाक मतपत्रों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए ऐसे मतों को निरस्त करने की मांग की। उन्होंने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में ऐसा दुरुपयोग होने का अंदेशा जताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा कि सर्विस मतदाताओं के डाक मतपत्रों की सूची में ऐसे नाम विद्यमान हैं जो या तो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या लंबे अवकाश पर हैं या दिवंगत हैं। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में जारी डाक मतपत्रों की कुल संख्या 3187 है। इस सूची का निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्ट्या लगभग 206 सर्विस मतदाता ऐसे पाए गए हैं।