देहरादून। पुस्तकें तो कई प्रकाशित होती हैं। वह कलरफुल भी होती हैं। लेकिन सेना के एक अधिकारी का सीमा पर देश की रक्षा करते हुए प्रकृति के सौंदर्य पर पुस्तक लिखना काबिले तारीफ है। यह बात रविवार को बतौर मुख्यअतिथि पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने कर्नल रजनीश जोशी की पुस्तक जट्टी वैली: ए यूटोपिया ऑफ ब्लॉसम्स के विमोचन के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि एक हाथ में बंदूक और एक हाथ में कलम और फूल का संयोग बहुत कम देखने को मिलता है। पूर्व प्राचार्य डीबीएस पीजी कॉलेज डॉ एके बियानी ने कहा कि एक सेना के अधिकारी और जिनका पढ़ाई के दौरान विषय ही कॉमर्स रहा हो। उनका प्रकृति, फूलों पर पुस्तक लिखना बहुत रोचक बात है।
कर्नल रजनीश जोशी के पिता मोहन जोशी ने कहा कि मुझे गर्व और आनंद की अनुभूति हो रही है। यह पुस्तक हमारे बीच के एक सच्चे देशभक्त और प्रकृति-प्रेमी कर्नल रजनीश जोशी द्वारा रचित है। जो अपने वर्षों के अनुभव और गहरी दृष्टि से हमें एक अनछुए और अनदेखे कश्मीर की ओर ले जाते हैं। कर्नल रजनीश ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह पुस्तक हमें कश्मीर के एक अनदेखे पहलू से परिचित कराती है, जहां न केवल कश्मीर की प्राकृतिक समृद्धि दिखाई देती है, बल्कि इसके पीछे छिपी एक अनकही कहानी भी सामने आती है।
उन्होंने कहा कि जट्टी वैली केवल एक जगह नहीं है, बल्कि यह एक सपना है, एक ऐसी आदर्श भूमि है जहां हर फूल और हर पत्ता एक कहानी कहता है। यह पुस्तक हमें यह भी बताती है कि इस अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित और संजोना कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जल्द उत्तराखंड राज्य की प्राकृतिक सुंदरता पर वह शोध कर पुस्तक लिखेंगे। इस दौरान कर्नल रजनीश जोशी की माता पुष्पा जोशी, उनकी पत्नी डॉ वसुधा जोशी, पुत्र रेयांश जोशी, प्रकाश गैरोला, पूजा थपलियाल आदि मौजूद थे।
जट्टी वैली: ए यूटोपिया ऑफ ब्लॉसम्स लेखक: कर्नल रजनीश जोशी
कश्मीर की अनछुई और अद्भुत घाटियों में स्थित जट्टी वैली पर आधारित कर्नल रजनीश जोशी की पुस्तक जट्टी वैली: ए यूटोपिया ऑफ ब्लॉसम्स, प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफरों, बॉटनी छात्रों और आम पाठकों के लिए एक अनमोल खजाना है। यह पुस्तक न केवल घाटी में खिलने वाले फूलों की खूबसूरती को सामने लाती है, बल्कि उनके विस्तृत वनस्पति विवरण और मानव शरीर को स्वस्थ रखने में उनकी उपचारात्मक गुणों पर भी प्रकाश डालती है।
पुस्तक की विशेषताएं
पुस्तक में कश्मीर की इस अद्भुत घाटी के अन्वेषण को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसमें फूलों की विभिन्न प्रजातियों का वैज्ञानिक और गहराई से विश्लेषण किया गया है। हर फूल की बनावट, उसकी प्रजाति, रंगों का महत्व, और उनके औषधीय उपयोग को इस तरह समझाया गया है कि यह पुस्तक किसी भी पाठक को प्रकृति के प्रति जुड़ाव का अनुभव कराती है।
पाठकों के लिए महत्वपूर्ण संदेश
कर्नल जोशी ने इस पुस्तक के माध्यम से यह संदेश दिया है कि प्रकृति केवल हमारी भौतिक सुंदरता का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन और स्वास्थ्य का अभिन्न अंग है। फूलों के अद्भुत रंग और उनकी विशेषताएं हमें प्रकृति की सराहना करने और इसे संरक्षित रखने की प्रेरणा देती हैं।
पुस्तक की शैली
लेखक ने अपनी स्पष्ट लेखन शैली और खूबसूरत फोटोग्राफ्स के माध्यम से इस पुस्तक को एक आकर्षक रूप दिया है। यह न केवल ज्ञानवर्धक है बल्कि मन को शांति और प्रसन्नता प्रदान करने वाली है।
क्यों पढ़ें यह पुस्तक?
यह पुस्तक उन लोगों के लिए एक अनिवार्य पढ़ाई है जो प्रकृति, फूलों और पर्यावरण को करीब से जानने और समझने की इच्छा रखते हैं। यह न केवल एक वैज्ञानिक अध्ययन है बल्कि एक जीवन दर्शन भी है, जो हमें प्रकृति से जुड़ने और उसकी अहमियत को समझने की प्रेरणा देता है।
निष्कर्ष जट्टी वैली:
ए यूटोपिया ऑफ ब्लॉसम्स, प्रकृति और फूलों के प्रेमियों के लिए एक अमूल्य भेंट है। यह पुस्तक हमें याद दिलाती है कि प्रकृति की सुंदरता न केवल देखने के लिए है बल्कि इसे सहेजने और उसका सम्मान करने की भी आवश्यकता है। कर्नल रजनीश जोशी की यह कृति निश्चित ही पाठकों के दिलों में खास जगह बनाएगी।