बीकेटीसी की पहल: छात्र-छात्राओं ने बदरीनाथ धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों, औली का शैक्षिक भ्रमण किया

बीकेटीसी की पहल: छात्र-छात्राओं ने बदरीनाथ धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों, औली का शैक्षिक भ्रमण किया

जोशीमठ/गोपेश्वर। श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति की पहल से श्री नन्दा देवी संस्कृत उत्तर मध्यमा विद्यालय कमेड़ा (नन्दप्रयाग) के छात्र- छात्राओं ने अध्यापकों के साथ श्री बदरीनाथ धाम के शीतकालीन पूजा स्थल श्री योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ सहित शीतकालीन स्कीइंग स्थल औली का शैक्षणिक भ्रमण आज रविवार को संपन्न हो गया है।

छात्र- छात्राओं, के साथ प्राधानाचार्य,शिक्षक, तथा शिक्षणेत्तर कार्मिक भी शीतकालीन पूजा स्थलों पर दर्शन को पहुंचे तथा श्री योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ तथा आदिगुरु शंकराचार्य जी गद्दी स्थल की महिमा तथा शीतकालीन यात्रा के महात्म्य को छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया।

उल्लेखनीय है प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने की पहल को देखते हुए विगत दिनों मंदिर समिति के केनाल रोड देहरादून में संस्कृत विद्यालय -महाविद्यालयों के उन्नयन हेतु आयोजित बैठक में मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने संस्कृत विद्यालयों -महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं को शीतकालीन पूजा स्थलों में शैक्षणिक भ्रमण कराये जाने के आदेश‌ किये थे। इसी क्रम में यह शैक्षिक भ्रमण किया गया।

छात्र-छात्राओं ने पंच बदरी में शामिल योग बदरी मंदिर,श्री कुबेर मंदिर तथा जोशीमठ स्थिति श्री नृसिंह मंदिर के अलावा श्री वासुदेव मंदिर,नव दुर्गा,श्री हनुमान मंदिर,श्री गरूड़ मंदिर,श्री गणेश मंदिर, तिमुंडिया वीर मंदिर में भी दर्शन किये।

संस्कृत विद्यालय के छात्र -छात्राओं ने विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल औली का भी भ्रमण किया। शैक्षिक भ्रमण के पूरा होने के बाद छात्र छात्राओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चारधाम शीतकालीन यात्रा की पहल की सराहना की तथा मुख्यमंत्री का आभार जताया तथा बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल को भी धन्यवाद ज्ञापित किया।

शैक्षिक भ्रमण दल में प्रधानाचार्य हरीश तोपवाल विनोद पुरोहित, विमल पुरोहित, गजेंद्र सिंह सहित छात्र गौरव, तनीषा, तमन्ना, लक्ष्मी, नीलम रितु, प्रियंका, प्रिया, संध्या एवं मीनाक्षी शामिल रहे।

All Recent Posts Latest News उत्तराखण्ड