दून विनर/देहरादून
देहरादून की रायपुर सीट से लगातार दो बार रिकार्ड मतों से जीत कर आए विधायक उमेश शर्मा काऊ को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। उन्हें पहले मंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने से उनके विधानसभा क्षेत्र के एक धड़े में भारी गुस्सा है। और यह धड़ा सोशल मीडिया पर नाराजगी जता रहा है। जबकि दूसरा धड़ा अंदरखाने खुश बताया जा रहा है।
आपको बता दें रायपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा दो गुटों में बंटी है। एक गुट उमेश शर्मा काऊ का धुर विरोधी है , जिसमें महानगर और जिले से लेकर कुछ मंडल पदाधिकारी भी है। बीते पांच सालो में कई दफे दोनों गुटों में खुलकर विवाद हुआ। वे अपनी-अपनी शिकायतें लेकर शीर्ष नेताओं तक पहुंचे। ठीक चुनाव से पहले विरोधी धड़े ने भाजपा मुख्यालय में धरना देकर काऊ का टिकट काटने तक की मांग तक उठाई थी। तब यह मामला प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया में भी खूब चर्चाओं में रहा। लेकिन तब भी भाजपा ने काऊ पर ही भरोसा जताया। और वहां रिकॉर्ड मतों से जीत कर भी आए।
आपको बता दें की उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में 2016 में आए थे और तब से ही रायपुर विधानसभा में सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता नाराज हैं। वर्तमान भाजपा सरकार में 8 कैबिनेट मंत्री में से 4 कांग्रेसी गोत्र के कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, सौरव बहुगुणा और रेखा आर्य यह चारों कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। ऐसे में भाजपा के लिए भी उन्हें सरकार में मंत्री बनाना इतना आसान नहीं होगा।
वर्तमान में भाजपा के कई सीनियर विधायक अभी मंत्री पद की लाइन में खड़े हैं। सबसे पहला नाम राजपुर विधानसभा के विधायक खजान दास का है जो पहले मंत्री भी रह चुके हैं और वे लगातार दो बार के विधायक हैं। दूसरा धर्मपुर विधानसभा से लगातार दो बार जीतकर आए विनोद चमोली हैं। जो उससे पहले दो बार मेयर भी रह चुके हैं और नगर पालिका अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में कोई चुनाव भी नहीं हारा है।
इसके अलावा देवप्रयाग दूसरी बार लगातार जीत कर आए युवा विधायक विनोद कंडारी, विकासनगर विधानसभा के जुझारू नेता मुन्ना सिंह चौहान भी लगातार दूसरी बार जीत कर आए हैं। इसके अलावा कई सीनियर नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे भी मंत्री पद के दावेदार हैं। हालांकि भाजपा हाईकमान ने कैबिनेट की अभी तीन सीटें खाली छोड़ रखी हैं।और कैबिनेट की बची 3 सीटों पर इन सब की निगाहें हैं।
फिलहाल रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ के अब विधानसभा उपाध्यक्ष बनने की भी चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं।