देहरादून। मसूरी स्थिति क्लिफ हॉल एस्टेट में अवैध रूप से 7 से ज्यादा हरे भरे बांज के पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया है। जिसमें ग्रामीणों ने वन प्रभाग मसूरी को इसकी सूचना दी थी। लेकिन विभाग द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। वहीं ग्रामीणों के बार-बार कहने पर आखिरकार वन विभाग की टीम पहुंची और कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही भवन स्वामी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया गया है।
जिसमें मसूरी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता जय प्रकाश राणा ने इस संबंध में एसडीएम मसूरी कोतवाली सहित एमडीडीए को लिखित शिकायत भी की थी। उन्होंने बताया कि यह संपत्ति तृष्णा थपलियाल पत्नी स्वर्ण सुधीर थपलियाल की थी। जिसे बाद में दिल्ली निवासी सिद्धार्थ कुंडू को बेच दिया गया था।
लेकिन उन्होंने इस नोटिफाइड ऐरिया में जो भवन बना है, उससे कहीं अधिक पर कवर्ड एरिया भी दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि नोटिफाइड एरिया होने के बावजूद वहां पर बड़ी संख्या में बांज सहित अन्य प्रजातियों के हरे-भरे पेड़ काट कर भूमि को समतल किया जा रहा है। लेकिन वन विभाग को सूचना देने के बाद भी इस पर वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
जबकि बांज का पेड़ संरक्षित प्रजाति का पेड़ है। वन विभाग की नींद तब खुली जब इस नोटिफाइड एरिया के जंगल में सैकड़ों पेड़ो की बलि चढ़ गई। इस संबंध में जब वन प्रभाग मसूरी की डीएफओ कहकशां नसीम से पूछा गया। तो उन्होंने बताया कि वहां पर पेड़ काटने की सूचना मिली है, जिस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और देखा कि वहां पर बांज के सात पेड़ काटे गये हैं। जिस पर सिद्धार्थ कुंडू के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज भी कराया गया है।