* जनसहयोग से थराली को खड़ा भी करेंगे और लैंड जिहाद को नेस्तनाबूद भी : भट्ट
* तत्काल माफी मांगे सपा नेता, कांग्रेस भी स्थिति करे स्पष्ट: भट्ट
देहरादून। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने धराली आपदा पर पूर्व सपा सांसद के टी हसन के बयान को पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया है। उन्होंने पलटवार कर कहा, ऐसी विचारों से हिमाचल की कांग्रेस सरकार विचलित होगी,लेकिन उत्तराखंड में भाजपा की सरकार है और वह धराली को फिर से खड़ा कर लैंड जिहाद को नेस्तनाबूद भी करेगी।
उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी की हर्षिल घाटी में आए जल प्रलय से सभी लोग दुखी हैं। लेकिन वह ऐसे दुख की घड़ी में भी झूठे राजनैतिक आरोप प्रत्यारोप लगाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। सपा नेता हसन का धराली आपदा को धार्मिक अतिक्रमण से जोड़ने वाला बयान बेहद निंदनीय, असंवेदनशील और गैरजिम्मेदाराना है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाजवादी पार्टी के नेता प्राकृतिक आपदा से हुई मौतों को भी हिंदू मुस्लिम के चश्मे से देखते हैं। अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की शीर्ष पार्टी सपा का रुख हमेशा से सनातन विरोधी रहा है, लेकिन इस तरह के शोकाकुल माहौल के लिए धार्मिक अतिक्रमण को जिम्मेदार ठहराना, विरोध की पराकाष्ठा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मे सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण है और सभी मिलजुलकर रहते हैं। जनता के सहयोग से हम इस आपदा से पार पा लेंगे। फिलहाल तो हमारी प्राथमिकता आपदा से एक एक व्यक्ति को सुरक्षित बचाकर, फिर से धराली को खड़ा करना है। लेकिन राज्य का देवभूमि स्वरूप बनाए रखने के लिए सरकार की कार्रवाई जारी रहेंगी। एक भी अवैध धार्मिक अतिक्रमण बर्दास्त नहीं किया जाएगा और हर कीमत पर ऐसे निर्माणों को बुल्डोज किया जाएगा। सनातन विरोधी और डेमोग्राफी बदलने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
इस बयान के आधार पर उन्होंने देवभूमि के कांग्रेसी नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कई गंभीर सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि क्या स्थानीय कांग्रेस नेता मानते हैं कि अवैध मजारों, मदरसों पर कार्यवाही आपदा का कारण है? क्या उन्हें डेमोग्राफी बदलने की साजिश रचने वालों पर बुलडोजर चलना अनुचित लगता है? क्या सुविधावादी हिंदू बने कांग्रेस नेता सपा का सार्वजनिक विरोध करेंगे? क्या वे देवभूमि और सनातन के अपमान के लिए अपने केंद्रीय नेतृत्व से नमाजवादी पार्टी से संबंध तोड़ने का आग्रह करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता देख रही है कि दुख की घड़ी में कौन उनके साथ खड़ा है। लिहाजा समय आने पर सबका हिसाब बराबर करेगी।