भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस की प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के चुनाव लड़ने पर चुटकी ली है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि चुनावों में हार का रिकार्ड बनाने वाले हरदा मुख्यमंत्री तो बनना चाहते हैं, लेकिन चुनाव लड़ने से डरते हैं।
भाजपा नेता जोशी ने कहा कि एक तरफ हरदा मुख्यमंत्री बनने की लालसा में भगवान बदरी विशाल से लेकर अपनी पार्टी के दिल्ली दरबार तक में प्रार्थना कर रहे हैं, वहीं दूसरी स्वयं चुनाव में उतरने से डर रहे हैं। हरदा को बहाने बनाने के बजाय स्वीकारना चाहिए कि हार का अंदेशा उन्हें चुनाव लड़ने से रोक रहा है। उन्हें एहसास है कि सत्ता व विपक्ष, दोनों भूमिकाओं में कांग्रेस की नाकामी जनता देख चुकी है। ऐसे में चुनाव में उतरे तो हार तय है और वे हार कर अपनी राजनीतिक पारी का अंत नहीं करना चाहते।
जोशी ने कहा कि पिछले 30 वर्ष में हरीश रावत छह लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। इसमें वह पांच बार स्वयं और एक बार उनकी पत्नी चुनाव हारी। विधानसभा चुनाव में एक बार वर्ष 2014 में धारचूला से जीतने के बाद रावत दो सीटों से चुनाव हार चुके हैं और वह भी मुख्यमंत्री रहते हुए। उन्होंने कहा कि हरदा अब अपने प्रचार प्रबंधकों के बूते उत्तराखंड की चाहत होने का भ्रमजाल खड़ा करना चाहते हैं। इंटरनेट मीडिया पर ‘सारा उत्तराखंड हरदा संग’ अभियान चला रहे हैं। हकीकत ये है कि स्वयं उनकी पार्टी उनके साथ नहीं है।
काबीना मंत्री गणोश जोशी ने एक समारोह में सैनिक परिवारों को सम्मानित किया। इस दौरान दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई। बल्लीवाला चौक के पास एक वेडिंग प्वाइंट में भाजपा के प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान के नेतृत्व में कार्यकत्र्ताओं ने सम्मान समारोह आयोजित किया। इस दौरान अमर शहीद खड़क बहादुर एवं कारगिल शहीद सुंदर सिंह नेगी की धर्मपत्नी सहित श्रीलंका में शहीद हुए स्वर्गीय गोपाल खोलिया की पत्नी तारा खोलिया को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डा. देवेंद्र भसीन, रेणू भाटिया, लोक गायिका रेशमा शाह, प्रेमनगर कांवली मंडल के अध्यक्ष विजेंद्र थपलियाल आदि उपस्थित थे।