ऋषिकेश। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में वाल्मीकि जंयती बेहद श्रद्वा और उल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज द्वारा त्रिवेणी घाट स्थित भगवान वाल्मीकि के मंदिर मे प्रसाद वितरित किया गया।
रविवार को वाल्मीकि जंयती पर गंगा तट त्रिवेणी घाट में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए महापौर अनिता ममगाई ने मंदिर में महार्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर पूजा अर्चना की। इस अवसर पर भगवान वाल्मीकि के कृतित्व एंव व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए महापौर ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने श्री रामायण ग्रंथ की रचना से सद्मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के पितामाह थे, जिन्होंने बुराई पर नेकी की जीत का संदेश अपने महान ग्रंथ श्री रामायण के जरिए दिया। उन्होने समाज को भी भेदभाव को दूर करने के लिए भी प्रेरित किया और सभी को आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज की भलाई के काम करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि संपूर्ण महापुरुषों की जयंती पर उन्हें याद करने मात्र से ही समाज के भले के काम नहीं हो जाते बल्कि उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर पूरी निष्ठा व इमानदारी से चलना होगा। उन्होंने कहा कि संत-महापुरुष समाज को नई दिशा व प्रेरणा देने का मार्ग दिखाते हैं। अपने संबोधन में महापौर ने उन्होंने आपसी भाईचारे के साथ सद्भावना व प्यार को मजबूत करने की अपील की, ताकि मजबूत समाज का विकास हो सके। इस दौरान नरेश खेरवाल, महेंद्र कुमार, अमित कुमार, तीरथ बिरला, विनोद कुमार सूद, विनोद कुमार भारती, राकेश कुमार खेरवाल, सतपाल, विशाल खेरवाल ,जितेंद्र कुमार, अजय बागड़ी नीरज ,रुपेश राहुल आदि मोजूद रहे।