* मनोज नेगी के हत्यारों की गिरफ्तारी एवं उत्तराखंड के लोगों को इंसाफ दिलाए उत्तराखंड सरकार: जगदीश भट्ट
देहरादून। उत्तराखंड के 17 साल के नाबालिग लड़के की चाकू से गोदकर बलजीत नगर के पटेल नगर में हत्या कर दी गई। यह घटना शुक्रवार रात की है जब मनोज नेगी इंस्टिट्यूट से घर वापस लौट रहा था तभी कुमाऊं गली में दो लड़कों ने चाकू से पेट ,कमर, गर्दन और शरीर के बाकी हिस्सों पर वार किया जिससे मनोज नेगी की मौत हो गई।
घटना से कुछ दिन पहले मनोज नेगी की नाबालिक 15 साल की छोटी बहन के साथ दो-तीन नाबालिक लड़के गली में छेड़छाड़ करते थे जिसका विरोध मनोज नेगी ने पहले भी किया था। मनोज नेगी के परिवार वालों को यह पता नहीं था कि अपनी छोटी बहन की रक्षा करने एवं छेड़छाड़ के विरोध करने पर मेरे पुत्र की हत्या कर दी जाएगी। मनोज नेगी का परिवार मूल रूप से रानीखेत के रहने वाले है।
मनोज नेगी को इंसाफ दिलाने के लिए उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के संस्थापक जगदीश भट्ट सामने आकर सैकड़ों उत्तराखंडी लोगों के साथ पटेल नगर थाने में धरना एवं प्रदर्शन किया साथ ही वे मनोज नेगी के इंसाफ के लिए शादीपुर मेट्रो स्टेशन पर 2 घंटे तक प्रदर्शन भी किया।
उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के जनक जगदीश भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों के लिए बहुत ही शर्मनाक घटना है और इस घटना से दिल्ली में रह रहे हैं लाखों उत्तराखंड के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में रह रहे उत्तराखंड के लोगों से अपील की है कि वे सब एकजुट होकर इस घटना का घोर विरोध करें एवं उत्तराखंड के लोगों की सुरक्षा के लिए आगे आकर उत्तराखंड बचाओ आंदोलन का साथ दें।
उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के सदस्यों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर बलजीत नगर के इन्वेस्टिगेटिंग ऑफीसर कुलदीप शर्मा, एसएचओ प्रवीण कुमार एवं एसीपी दीपक चंद्रा को फास्टट्रैक इन्वेस्टिगेशन एवं ट्रायल के लिए दरखास्त दिया है। जगदीश भट्ट ने उत्तराखंड सरकार से भी अपील किया है कि ’उत्तराखंड सरकार को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए साथ ही दिल्ली में रह रहे उत्तराखंड के लोगों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करें एवं मनोज नेगी हत्याकांड में दिल्ली प्रशासन से बात कर त्वरित कार्रवाई की अपील करें’। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं हमारे उत्तराखंड से लोकसभा के सभी सांसदों से निवेदन है कि इस मामले में हस्तक्षेप करें एवं उत्तराखंड के लोगों को इंसाफ दिलाएं।
इस अवसर पर 30 अक्टूबर 2022 को उत्तराखंड बचाओ आंदोलन की ओर से जगदीश भट्ट के साथ ओमकार कोली, हरीश खुल्बे, केएस मटियाली, अनूप चौहान, शेखर उप्रेती, जगत बिष्ट, संजय सोलंकी एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।