नई दिल्ली। चक्रवात ‘मिचौंग’ आज 05 दिसंबर 2023 को दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु तटों से टकरा सकता है। इस दौरान 90 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर भारी वर्षा हो रही है। चेन्नई हवाई अड्डे के रनवे पर पानी भर गया है। चेन्नई हवाईअड्डे पर आने और जाने वाली लगभग 70 उड़ानें रद कर दी गईं। 33 उड़ानें चेन्नई से बेंगलुरु डायवर्ट की गई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार दोपहर ढाई बजे मिचौंग चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व और नेल्लोर से 120 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में केंद्रित था। तूफान के पांच दिसंबर की सुबह बापटला के करीब नेल्लोर और मछलीपट्टनम को पार करने की संभावना है।
चक्रवात तूफान को लेकर पल-पल के लाइव अपडेट्स
तिरुपति के सभी 5 प्रमुख बांध पूरी क्षमता से बह रहे
तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश में लगातार बारिश के कारण तिरुपति के सभी 5 प्रमुख बांध पूरी क्षमता से बह रहे हैं।
इन चार जिलों में स्कूल बंद
तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को 4 जिलों – चेन्नई, कांचीपुरम, थिउवल्लूर और चेंगलपेट में स्कूलों और कॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा की। इन सभी जिलों के सड़कें और उपनगर फिलबाल पानी में डूबे हुए हैं और बिजली और सड़क नेटवर्क ठप्प हैं।
टीटीडी विधायक ने जलमग्न इलाकों का लिया जायजा
तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और तिरूपति के विधायक भुमना करुणाकर रेड्डी और नगर आयुक्त हरिथा ने पुलावनी गुंटा और गोलावनी गुंटा क्षेत्रों का जायजा लिया। यह इलाका बारिश के बाद जलमग्न हो चुका है।
इन इलाकों में बनी बाढ़ी की स्थिति
चेन्नई के वेस्ट तांबरम सीटीओ कॉलोनी और सशिवराधन नगर इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, लोग नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों से मिले सीएम स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चक्रवात से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और लोगों से बातचीत की। वहीं, उन्होंने चक्रवात प्रभावित लोगों को राहत सामग्री भी वितरित किए।
तूफान की वजह से आठ लोगों की मौत: चेन्नई पुलिस
चक्रवात तूफान की वजह से चेन्नई में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। चेन्नई पुलिस ने यह जानकारी दी है।
गजपति जिले के सभी स्कूल बंद
चक्रवाती तूफान मिचौंग का ओडिशा में भी दिखने वाला है। भारी बारिश के मद्देनजर, गजपति जिले के सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र को 6 दिसंबर तक बंद रखा गया है।
बाढ़ की वजह से 15000 लोगों का हुआ विस्थापन
चेन्नई के कई निचली इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। अवदी, तांबरम इलाकों से तकरीबन 15,000 लोगों को निकाला गया है और राहत शिविरों में रखा गया है। चेन्नई में 200 और अन्य बाहरी इलाकों में 100 से अधिक राहत शिविर बनाए गए हैं।