उधमसिंह नगर। उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर में गदरपुर के जंगल बदमाशों की पनाहगाह साबित हो रहे हैं यहां ये जगहें अवैध असलहों को बनाने के कारखानों के लिए पुलिस की नज़रों से दूर एक बढ़िया विकल्प की शक्ल में क्रिमनल्स को उपलब्ध हो रहे हैं। पुलिस ने गदरपुर के आर्यनगर के पास जंगल में असलहा बनाने वाली अवैध फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। बीते कितने समय से अवैध हथियारों का यह कारखाना संचालित हो रहा था यह बड़ा सवाल है। हालांकि पुलिस इसे बड़ी कामयाबी बता रही है।
गदरपुर थाना पुलिस ने अवैध असलहा बनाने वाली फेक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस टीम ने मौके से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ फेक्ट्री से 11 बने हुए तमंचे ओर 12 कारतूस सहित असलहा बनाने के उपकरण बरामद किए है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
एसएसपी उधम सिंह नगर मंजू नाथ टीसी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया की कल देर रात पुलिस टीम क्षेत्र में गस्त कर रही थी तभी मुखबिर द्वारा सूचना दी की ग्राम आर्यनगर खेत के किनारे जंगल के पास पेड़ों के नीचे अवैध असलाह बना रहे हैं सूचना पर पुलिस टीम द्वारा मौके पर दबिश दी तो मौके से महर सिंह निवासी गुलाब का माजरा थाना केलाखेड़ा जनपद उधम सिंह नगर को अवैध असलहा बनाते हुए गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त मेहर सिंह शातिर किस्म का अपराधी है जिसकी अच्छी खासा अपराधिक इतिहास है।
अभियुक्त से अवैध कार्य के बारे में सख्ती से पूछताछ की गई तो अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मेरा पुत्र महेंद्र सिंह तथा मेरी बुआ का लड़का दर्शन सिंह मिलकर अवैध असलाह बनाने का काम करते हैं ।
दर्शन सिंह अवैध असलाह बनाने में मेरा पार्टनर है टीम ने भारी मात्रा में फेक्ट्री से अवैध तमचे बरामद किए। जबकि मेरा बेटा महेन्द्र सिह हमारे साथ तंमचा/देशी बन्दूक बनाकर ग्राहको बेचता है। हम लोग असलाह बनाकर उन्हें रामपुर रुद्रपुर , किच्छा , हल्द्वानी, बाजपुर , कालाढूंगी आदि स्थानों में पांच हजार रुपये प्रति तमंचे से हिसाब से बेचते है।
अभियुक्त मेहर सिंह पर वर्तमान में 13 मुकदमे जिले के विभिन्न थानों में पंजीकृत हैं जबकि दूसरे आरोपी दर्शन सिंह में उधम सिंह नगर के विभिन्न थानों में एक दर्जन मुकदमे पंजीकृत हैं तो वही महेंद्र सिंह पर गदरपुर थाने में दो मुकदमे पंजीकृत है। पुलिस फरार आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है।