देहरादून। नगर निगम देहरादून में कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी विरेन्द्र पोखरियाल ने बिंदाल पुल स्थित महाराणा प्रताप की मूर्ति पर मार्ल्यापण कर रविवार को प्रचार अभियान की शुरूआत की।
पोखरियाल ने पूछा कि नगर निगम देहरादून में भाजपा ने 15 साल राज किया और उसके पास गिनाने के लिए एक भी उपलब्धि नहीं है। क्योंकि धरातल पर भी लोगों को ऐसा कोई विकास दिखाई नहीं दे रहा है। पोखरियाल ने पूछा कि आखिर भाजपा किस मुंह से अगले पांच साल विकास की बात कर रही है। जब वह 15 साल में कुछ नहीं कर पाए तो अब क्या करेंगे।
आरकेडिया ग्रांट, आरकेडियाग्रांट एक, चंद्रबनी में विरेंद्र पोखरियाल ने पार्षद प्रत्याशी कैलाशी नेगी, दीपक राजपूत, हरप्रीत कौर, यमुना कॉलोनी में सुमित्रा ध्यानी के साथ जनसंपर्क और जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम का काम ही कूड़ा उठान, साफ सफाई करना, स्ट्रीट लाइट लगवाने, सफाई व्यवस्था देखना है, लेकिन भाजपा 15 साल में नगर निगम में यह काम भी ठीक से नहीं कर पाई और अब फिर नए-नए वायदे किए जा रहे हैं। पोखरियाल ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र सिर्फ लोगों को गुमराह करने वाला है। दूनवासियों के जीवन को बेहतर करने के लिए उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए और पर्यावरण की सुरक्षा हेतु वह क्या नया करेंगे, इसकी दूरदर्शिता संकल्प पत्र में दिखाई नहीं देती है। विरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि हार से बौखलाकर भाजपाईयों ने पहली बार निकाय चुनाव में संकल्प पत्र जारी किया है और जिसमें कई खामियां है। पोखरियाल वार्ड 1 से सुमित बोरा के साथ बाइक रैली में शामिल हुए और कांग्रेसियों ने शक्तिप्रदर्शन करने के साथ कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की।
इस अवसर पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, राजेन्द्र शाह, पंकज क्षेत्री,राजीव महर्षि, गोदावरी थापली, सेनि कैप्टन बलबीर सिंह रावत, दीपक राजपूत, जगदीश राणा, संग्राम सिंह पुंडीर, राजेन्द्र सिंह गुसांई, विजया राणा, ज्योति प्रकाश जगूडी, प्रदीप कुमार सीटू, संजय कुमार, रजनी गुसांई, खुशबू गुरुंग, गंगा क्षेत्री, इंद्रेशमणि भट्ट, मुकेश नेगी, हुकुम सिंह चौहान, मोहन सिंह थापली, मोहन सिंह राणा, उर्मिला,राणा, सुरेन्द्र नेगी, सुरेश सनवाल, अभिनव थापर, दीवान सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।
बस्तियों पर भ्रम फैला रही भाजपा
कांग्रेस मेयर प्रत्याशी विरेंद्र पोखिरयाल ने बस्तियों को लेकर कहा कि खुद मुख्यमंत्री भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। क्योंकि जब प्रशासन और सिंचाई विभाग ने बस्तियों में घरों पर लाल निशान लगाए तो सरकार ने ऐसा करने से क्यों नहीं रोका। एनजीटी भी कह चुका है कि रिस्पना फ्लड जोन में सरकार का अध्यादेश लागू ही नहीं होता। फिर किस अध्यादेश को लेकर मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। पोखरियाल ने कहा कि भाजपा ने मलिन बस्तियों के साथ दगाबाजी की है, उन्हें धोखा दिया है। इसका जवाब भाजपा को इस चुनाव में जनता देने जा रही है। लोग भी समझ चुके हैं कि अगर अपना घर बचाना है तो कांग्रेस को लाना होगा।