* कांग्रेस भी प्रस्तुत करे शिष्टाचार के मापदंड, गालीबाज विधायकों से ले इस्तीफा
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने वक्तव्य पर माफी मांगने के अलावा इस्तीफा देकर शिष्टाचार का आदर्श प्रस्तुत कर जन भावनाओं का सम्मान किया, लेकिन सवाल कांग्रेस के सामने नैतिकता का है कि कांग्रेस के जिन विधायकों ने विधान सभा में गाली गलौज की उन्होंने न तो खेद व्यक्त किया और न ही इस्तीफ़ा दिया कांग्रेस के विधायक कब माफ़ी माँगेंगे?
चौहान ने कहा हैं कि संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जनभावनाओं का ध्यान रखा। पहले खेद व्यक्त किया फिर माफ़ी भी माँगी और इस्तीफ़ा भी दिया। विधान सभा परिसर के अंदर असंसदीय भाषा का प्रयोग कांग्रेस के विधायको ने भी किया था। क्या कांग्रेस के नेताओं में इतनी नैतिकता बची है की जो उनके विधायकों ने अनुचित एवं मर्यादा रहित शब्द बोले थे को लेकर अपने विधायकों का स्पष्टीकरण लें।
चौहान ने कहा कि मंत्री ने उनके भाषण के अंश को तोड़ मरोड़ने के बाद भी विनम्रता से खेद व्यक्त किया और माफी मांगी। लेकिन जनता की अदालत मे अक्सर मुँह की खाने वाली कांग्रेस बेवजह के मुद्दों की तलाश मे रहती है। कांग्रेस को नैतिकता के आधार पर उन विधायकों से भी शिष्टाचार और विभाजनकारी मंशा के खिलाफ स्पष्टीकरण तथा उनका इस्तीफा लेना चाहिए।