चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत विधायक के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर चम्पावत वासियों को 50.54 करोड़ की 42 विभिन्न विकास योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान जनता से संवाद करते हुए मख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत व प्रदेश के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आदर्श चम्पावत की राह आदर्श उत्तराखंड की तरफ जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चम्पावत के विकास के लिए 14 लोक महत्व की महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया उनमें जनपद चम्पावत विधानसभा हेतु 9 करोड़ 82 लाख 89 हजार की तीन विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 23 करोड़ 45 लाख 29 हजार की 28 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इसमें लोहाघाट विधानसभा की 16.81 करोड़ की 10 योजनाओं का शिलान्यास तथा 45 लाख लागत की एक विकास योजना का लोकार्पण भी शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण कर सभी स्टालों पर उपस्थित उद्यमियों, अग्रणी व प्रगतिशील किसानों, स्वयं सहायता समूह आदि का उत्साहवर्धन कर सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत हेतु लोक निर्माण विभाग, पेयजल विभाग, सिंचाई विभाग सहित विभिन्न विभागों की जिन लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है इन सभी योजनाओं के पूर्ण होने के बाद चंपावत में एक नए युग का सूत्रपात होगा।
उन्होंने कहा कि जनपद में लोगों की आजीविका बढाये जाने हेतु दुग्ध उत्पादन, मधु उत्पादन, कृषि, बागवानी, सुगन्धित पौधों और फूलों की खेती, स्थानीय मसालों की खेती,मार्केटिंग और होम स्टे निर्माण आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है। चम्पावत को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी जनपद बनाये जाने के लिए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का चम्पावत में कैंपस भी बनाया जा रहा है। जिले के सभी विद्यालय भवनों का जीर्णाेद्धार, सौंदर्यीकरण सहित उनमें आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उड़ीसा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस अवसर पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो को निरस्त कर दिया गया।
इस अवसर पर विभिन्न जन प्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।