चंपावत। उत्तराखंड के गर्वनर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने कहा कि नशे के बढ़ते खतरे पर लगाम के लिए प्रभावी ढंग से काउंसलिंग जरूरी है। उन्होंने इसके लिए टीम वर्क से काम करने की जरूरत बताई। पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और समाज कल्याण विभाग को बेहतर समन्वय के साथ समाज में फैल रहे नशे के जहर को मिटाने के लिए काम करने को कहा। युवाओं को नशे के दलदल से निकलने और मानव तस्करी जैसे अनेक अपराधों की रोकथाम के लिए प्रशासन को तत्परता से काम करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि समाज की सबसे गंभीर समस्या नशा है, इसके स्थाई समाधान के लिए सबको मिलकर काम करना लोहाघाट के आइटीबीपी के विश्रामगृ में अधिकारियों की बैठक में विकास सहित विभिन्न जानकारियां ली। डीएम नवनीत पांडे ने पीपीटी (पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन) के जरिए विभिन्न परियोजनाओं, विकास, पर्यटन सहित जिले की समग्र जानकारी दी। साथ ही पूर्व सैनिकों की ज़रूरतें भी बताई गईं। स्वतंत्रत और निष्पक्ष चुनाव कराने की तैयारियों के साथ ही मतदाताओं को चुनाव में सहभागी बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
राज्यपाल ने महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रोत्साहित कर आमदनी बढ़ाने और यहां के उत्पादों के देश ही नहीं विदेशों में निर्यात करने के लिए ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बेहतर करने की नसीहत दी।राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि चंपावत जिला कुदरती खूबसूरती भरपूर है। प्राकृतिक सौंदर्य से पर्यटन को अपार संभावना है। जिस प्रकार आदि कैलाश, ओम पर्वत, गूंजी आदि की जानकारी देश विदेश के लोगों तक पहुंच रही है, उसी तरह चंपावत जिले के पर्यटक स्थलों को भी परिचित कराने की जरूरत है। उन्होंने जिले में होम स्टे को 140 से बढ़ाकर दो हजार तक करने को कहा। उन्होंने सीएमओ से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जानकारी ली। पुलिय अधीक्षक अजय गणपति ने कानून और सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही नशे के खिलाफ पुलिस की ओर से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। गर्वनर ने आईटीबीपी जवानों से भी मुलाकात की। राज्यपाल 31 मार्च को मायावती अद्वैत आश्रम जाएंगे।
बैठक में एडीसी अमित श्रीवास्तव मेजर सुमित कुमार, आईटीबीपी की लोहाघाट (56वीं वाहिनी) के कमांडेंट धर्मपाल सिंह रावत, सीडीओ संजय कुमार सिंह, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल, सीईओ मेहरबान सिंह बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी आरपी बिष्ट, पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत आदि मौजूद थे।