दून विनर/देहरादून। उत्तराखंड में आज भी चुनावों में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। पिछले अनुभव के साथ हालिया समय में चुनावों को लेकर जनता के मूड को पढऩे के लिए किए गए अलग-अलग सर्वे भी यही बताते हैं, हालांकि इन सर्वेक्षणों में परिणाम काफी भिन्न भी हैं, यहां तक कि कहीं भाजपा को सत्ता बरकरार रखते तो कहीं कांग्रेस को आगे भी दिखाया गया है।
गौरतलब है कि एबीपी न्यूज-सी वोटर के 11 दिसम्बर 2021 के ओपिनियन पोल में भाजपा को 33-39 (39.8 प्रतिशत मत) सीट, कांग्रेस को 29-35 (35.7 प्रतिशत मत) सीट और आप को 1-3(12.6 प्रतिशत) सीट मिलने की भविष्यवाणी की गई है।
यह सत्तारूढ़ भाजपा के सत्ता बरकरार रखने की स्थिति को व्यक्त कर रहा है, पर इसमें भी खतरा निहित है। एबीपी न्यूज-सी वोटर क ा सितम्बर-021 का ओपिनियन पोल भाजपा को 44-48 सीटें देता है और अक्टूबर-021 में घटाकर 42-46 सीटें बताता है। यानी दिसम्बर में, तीन माह के अंतराल में सत्तारूढ भाजपा की सीटों में 9 से लेकर 11 सीटों की कमी हो गई। प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के खाते में इन तीन माह के ओपिनियन पोल में 10 से लेकर 12 सीटें बढती हुई बताई गई हैं। ज्यों-ज्यों चुनावों का समय नजदीक आ रहा है त्यों-त्यों कांग्रेस का समर्थन बढ़ रहा है और वह भाजपा को करीब से चुनौती देने जा रही है।
मत प्रतिशत का अंतर भी कम होकर करीब 4 प्रतिशत पर आ गया है, हालांकि अभी भी मत प्रतिशत का यह अंतर भाजपा की स्थिति मजबूत करता है। आप की चुनावी संभावना को लेकर सर्वे में बताया गया मत प्रतिशत कभी बहुजन समाज पार्टी का हुआ करता था, पर पिछले विधानसभा चुनाव में वह 7 प्रतिशत से नीचे आ गई। बसपा के साथ ही सपा, यूकेडी और निर्दलियों के वोट शेयर में भाजपा ने अच्छी खासी सेंधमारी की थी। 2017 में भाजपा का मत प्रतिशत कांग्रेस से करीब 13 प्रतिशत ज्यादा था, जबकि पहले तीन विधानसभा चुनावों के परिणामों को देखने पर पता चलता है कि सामान्यत: दोनों के बीच मत प्रतिशत में अंतर अधिकतम 3 प्रतिशत रहा है।
ओपिनियन पोल के अनुसार विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा, कांग्रेस और आप को छोड़कर अन्य सभी को 10.5 प्रतिशत मत मिल रहे हैं। एक और ओपिनियन पोल कहता है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की जीत हो रही है। लोक पोल ऑन ट्विटर के अनुसार 27 मई से 7 जून 21 के दौरान 1335 लोगों से टैलीफोन पर किए गए सर्वे में आया है कि उत्तराखंड में कांग्रेस को 38 से 40 सीटें, भाजपा को 25 से 27 सीटें, आप को 2 से 4 सीटें, बसपा को 0 से 2 और अन्य को भी 0 से 2 सीटें मिल सकती हैं। मत प्रतिशत के बारे में यह सर्वे कहता है कि कांग्रेस को 34 से 36 प्रतिशत, भाजपा को 32 से 34 प्रतिशत, आप को 10 से 12 प्रतिशत और बसपा को 3 से 4 प्रतिशत मत मिल रहे हैं। एक और ओपिनियन सर्वे में भी कांग्रेस को भाजपा से आगे दिखाया गया है। वहीं इंडिया न्यूज-जन की बात के 24 दिसम्बर 2021 के सर्वे में 39 प्रतिशत वोट अंश के साथ भाजपा के 35-38 सीटें जीत कर बहुमत प्राप्त करने की भविष्यवाणी की गई है, जबकि कांग्रेस को थोड़ा पीछे रहते हुए 38.2 प्रतिशत मतों के साथ 27 से 31 सीटों तक सीमित बताया गया है। आम आदमी पार्टी के हिस्से 1-6 सीटें और 11.7 प्रतिशत मत बताए गए हैं। अन्य के हिस्से 0-2 सीटें और 11.1 प्रतिशत मत दिखाए गए हैं। ओपिनियन पोल में उत्तरदाताओं की कुल संख्या 5 हजार बताई गई है।
सर्वे के परिणामों से इतर पहले ही यह एक खुला तथ्य है कि उत्तराखंड में चुनावी टक्कर भाजपा और कांग्रेस में ही रहती आई है। इनमें आमने-सामने की प्रतिद्वन्द्विता रही है। इस बार भी यही इतिहास दोहराए जाने की भविष्यवाणियां की जा रही हैं, फिर भी चुनाव परिणामों पर लगातार नजर रखने वाला एक अन्य पक्ष पिछले चुनाव परिणामों को देखते हुए भाजपा को अभी भी कांग्रेस से काफी आगे बता रहा है।