देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि जो अपनी सरकारों में शहादत की सूचना को काला कंबल व बक्से के साथ 15 पैसे के टिकट लगे पोस्टकार्ड पर घर भेजकर अपमान करते थे, वही आज अग्निवीर योजना को लेकर भ्रम फैला रहे हैं।जबकि मोदी सशक्त सेना एवं समृद्ध राष्ट्र के उद्देश्य से अग्निवीर योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। भाजपा ने एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जनरल खंडूरी को सीएम बनाकर सैनिकों का सम्मान किया और आज भी एक सैनिक पुत्र मुख्यमंत्री, राज्य को विकसित बनाने के लिए रात दिन एक किए हैं।
देहरादून प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने अग्निवीर योजना पर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हे सेना से जुड़े मुद्दों पर प्रश्न करने का कोई नैतिक अधिकार नही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यही कांग्रेस है, जिनकी सरकारें काला कंबल एवं बक्से के साथ मात्र 15 पैसे के पोस्टकार्ड पर शहादत की सूचना घर भेज कर इतिश्री कर लेते थे। आजादी के बाद 5 दशकों तक कांग्रेस की सरकारों ने देश के वीर जवानों की शहादत के साथ यह अपमान किया। साथ ही देश ने वह दौर भी देखा जब सीमावर्ती क्षेत्रों में सामरिक दृष्टि से हजारों हेक्टेयर जमीन दुश्मनों के लिए छोड़ दी गई। सीमाओं पर इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार नही किया गया और सैनिकों को आधुनिक हथियारों एवं सुविधाओं के अभाव में अनावश्यक शहीद होने के लिए परिस्थितियों तैयार की गई। हमने इनके ऐसे रक्षा मंत्री भी देखे, जिन्होंने संसद के मंच पर स्वीकारा कि हमने सीमाओं पर सामरिक महत्व की योजनाओं को आगे नहीं बढ़ाया, क्योंकि दुश्मन देश से सीधे टकराव से बचना उनकी रणनीति है। वहीं देश में पहली बार, अटल सरकार ने कारगिल युद्ध के समय से शहीदों के पार्थिव शरीर को ससम्मान उनके पैतृक निवास पहुंचाया। साथ ही पीड़ित परिवार को यथोचित आर्थिक मदद एवं उनकी सभी जरूरत को पूरा करने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमने दशकों से लंबित वन रैंक वन पेंशन को लागू करने का काम किया, अत्याधुनिक हथियारों एवं सुरक्षा उपकरण को उपलब्ध कराकर सैनिकों के जीवन को सुरक्षित बनाने का काम किया, कमीशन के तोल मोल में हथियार नहीं खरीदने वाली सरकारों के मुकाबले आज देश हथियारों का बड़ा निर्यातक बन गया है।
जोशी ने कहा कि जहां तक सवाल है, अग्नि वीर योजना का तो पीएम मोदी ने तमाम सैन्य अधिकारियों एवं रक्षा विशेषकों के साथ देश हित में इस योजना को लागू किया है। विशेषज्ञ एवं विश्वव्यापी अनुभवों को देखते हुए सशक्त सेना एवं श्रेष्ठ सैनिक बनाने के उद्देश्य से लागू यह योजना शक्तिशाली भारत की नींव रखने वाली है।