भाजपा और कांग्रेस के विधानसभावार घोषित क्षत्रप अब खुद और पार्टी के दम पर चुनाव जीतने को पूरी ताकत लगाएंगे। 70 सीटों वाले उत्तराखंड में दिलचस्प फैक्टर यह भी है कि कांग्रेस-भाजपा में 27 सीटों पर ऐसे उम्मीदवार मैदान में हैं जो 2017 या फिर उससे पहले भी प्रतिद्वंद्वी के तौर पर आमने-सामने आ चुके हैं। मुख्यमंत्री से लेकर कई कैबिनेट मंत्रियों की सीट पर चुनावी जंग पुराने चेहरों से हैं। खास बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कुछ लोग पिछला चुनाव निर्दलीय या क्षेत्रीय दल के प्रत्याशी के तौर पर भी लड़ चुके हैं। लिहाजा कोई जीत दोहराने तो कोई बदला लेने को मैदान में उतरा है।
विधानसभा चुनाव में टिकट बंटने के बाद भाजपा और कांग्रेस में बगावत भी देखने को मिली थी। पार्टी का साथ न मिलने पर निर्दलीय नामांकन करवाया गया। हालांकि, डैमेज कंट्रोल के मामले में भाजपा ने बढ़त बना ली। कई सीटों पर 31 जनवरी को बागियों ने नाम वापस भी ले लिया। फिलहाल चुनावी मैदान के चेहरों की तस्वीर अब पूरी तरह साफ हो चुकी है। वहीं, सबसे ज्यादा रोमांच उन सीटों पर रहेगा, जहां पुराने चेहरे फिर से मैदान में होंगे। इनमें गढ़वाल की 14 और कुमाऊं की 13 सीट शामिल हैं। नरेंद्र नगर सीट इस बार चर्चाओं में है। यहां भाजपा ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और कांग्रेस ने पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत को उम्मीदवार बनाया है। साल 2007 में रावत यूकेडी और उनियाल कांग्रेस से चुनाव लड़े थे। तब रावत ने महज चार वोटों से बाजी मारी थी।
- सीट कांग्रेस भाजपा
- खटीमा भुवन कापड़ी पुष्कर धामी
- कालाढूंगी महेश शर्मा बंशीधर भगत
- सितारगंज नवतेजपाल सिंह सौरभ बहुगणा
- जसपुर आदेश चौहान डा शैलेंद्र मोहन सिंघल
- भीमताल दान सिंह भंडारी राम सिंह कैड़ा
- चम्पावत हेमेश खर्कवाल कैलाश गहतोड़ी
- लोहाघाट खुशाल अधिकारी पूरन फर्त्याल
- सोमेश्वर राजेंद्र बाराकोटी रेखा आर्य
- डीडीहाट प्रदीप पाल बिशन सिंह चुफाल
- नानकमत्ता गोपाल राणा डा. प्रेम सिंह राणा
- बाजपुर यशपाल आर्य राजेश कुमार
- नैनीताल संजीव आर्य सरिता आर्य
- गदरपुर प्रेमानंद महाजन अरविंद पांडेय
- बदरीनाथ राजेंद्र भंडारी महेंद्र भट्ट
- केदारनाथ मनोज रावत शैलारानी रावत
- रुद्रप्रयाग प्रदीप थपलियाल भरत चौधरी
- घनसाली धनी लाल शाह शक्ति लाल शाह
- देवप्रयाग मंत्री प्रसाद नैथानी विनोद कंडारी
- प्रतापनगर विक्रम सिंह नेगी विजय पंवार गुड्डु
- सहसपुर आर्येंद्र शर्मा सहदेव पुंडीर
- धर्मपुर दिनेश अग्रवाल विनोद चमोली
- राजपुर रोड राजकुमार खजान दास
- मसूरी गोदावरी थापली गणेश जोशी
- हरिद्वार सतपाल ब्रहृमचारी मदन कौशिक
- यमकेश्वर शैलेंद्र रावत रेणु बिष्ट
- श्रीनगर गणेश गोदियाल डा. धन सिंह रावत
- नरेंद्र नगर ओम गोपाल रावत सुबोध उनियाल उत्तराखंड की पांच और सीट इस समय में चर्चा में है। भगवानपुर सीट पर कांग्रेस से ममता राकेश और बसपा से सुबोध राकेश लड़ रहे हैं। दोनों रिश्ते में भाभी-देवर है। और इससे पहले भी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। हल्द्वानी में डा. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद कांग्रेस ने बेटे सुमित को मैदान में उतारा। उनका मुकाबला भाजपा के डा. जोगेंद्र रौतेला से है। रौतेला 2017 में डा. इंदिरा से चुनाव हारे थे। जबकि 2018 में सुमित को मेयर चुनाव में जोगेंद्र ने हरा दिया था। देहरादून कैंट सीट पर स्व. हरबंस कपूर की पत्नी सविता को भाजपा ने टिकट दिया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के सूर्यकांत धस्माना से होगा। हरबंस पूर्व में धस्माना को हरा चुके हैं। वहीं, कोटद्वार में सुरेंद्र सिंह नेगी के सामने पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी चुनाव लड़ रही है। हरिद्वार ग्रामीण में कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद के सामने पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत मैदान में है। खास बात यह है कि सीएम रहते खंडूड़ी को सुरेंद्र नेगी और हरीश रावत को यतीश्वरानंद ने हराया था।