डीजीपी ने की अपराधों की समीक्षा, महिला सुरक्षा, ड्रग्स, साईबर अपराध के मामलों में त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश

डीजीपी ने की अपराधों की समीक्षा, महिला सुरक्षा, ड्रग्स, साईबर अपराध के मामलों में त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश

* डीजीपी उत्तराखण्ड ने जनपद भ्रमण के दौरान सम्भ्रान्त नागरिकों के साथ की गोष्ठी
* जनसंवाद को बताया पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

* नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और पुलिस विभाग हर सम्भव प्रयास करेगा ताकि समाज में शान्ति और सुरक्षा बनी रहे।

राजकुमार केसरवानी/हल्द्वानी। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार  के जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान वीरवार को सर्वप्रथम पुलिस महानिदेशक द्वारा कोतवाली हल्द्वानी परिसर में गार्द की सलामी ली गई। ततपश्चात सभागार में सम्भ्रान्त नागरिकों, व्यापार मण्डल आदि के साथ जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा पुलिस महानिदेशक का पुष्प गुच्छ देकर अभिनन्दन किया गया। इसके पश्चात व्यापार मंडल सम्भ्रान्त नागरिकों तथा सेवानिवृत्त आईजी मोहन सिंह बंग्याल द्वारा भी डीजीपी उत्तराखंड को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

जनसंवाद कार्यक्रम में स्थानीय सम्भ्रान्त नागरिकों के साथ जनसंवाद के दौरान नागरिकों ने यातायात व्यवस्था, युवाओ में बढ़ते नशे, महिला सम्बन्धित अपराधों की समस्याओं और सुझावों को प्रस्तुत किया, जिन पर विस्तृत विचार- विमर्श किया गया। नशे में लिप्त बच्चों की काउंसलिंग कराने का सुझाव दिया गया। जिस पर डीजीपी द्वारा सहमति व्यक्त करते हुए नशा उन्मूलन हेतु प्रभावी कार्यवाही तथा नशें में लिप्त बच्चों की काउंसलिंग कराने का आश्वासन दिया गया।

डीजीपी ने नागरिकों को सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस विभाग उनकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से कार्य करेगा। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियानों को जनता के सहयोग से सफल बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं। उन्होने इस संवाद को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस तरह की चर्चाएँ पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग को बढ़ाने में सहायक हैं।
साथ ही कहा कि उत्तराखण्ड को नशामुक्त बनाना हमारा ध्येय है, यदि कोई पुलिसकर्मी नशे के कारोबार में लिप्त पाया गया, या नशा कारोबारी को सहयोग करता पाया गया तो उसके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि यदि आपके आस-पास कोई नशे का कारोबार चल रहा हो या कोई अपराध कारित होने की सूचना हो तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें कानून व्यवस्था बनाये रखने में हमें सहयोग करें।

महिला सम्मेलन आयोजित करते हुए अधिकारी/ कर्मचारियों की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके। पुलिस कर्मचारियों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कहा कि थाना चौकी स्तर पर महिलाओं के कार्य करने हेतु साफ सुथरे माहौल प्रदान करना एवं आपकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। महिला सुरक्षा को लेकर अपनी जिम्मेदारी समझें फ्रंट लाईन में आकर महिला सुरक्षा हेतु अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया गया।
कर्मचारियों को कर्तव्यनिष्ठा के साथ ड्यूटी करने के लिए प्रेरित किया, उन्होंने शिकायतकर्ताओं और आम जनमानस के साथ शिष्टाचार और नम्रता से पेश आने के लिए भी निर्देशित किया गया।
डीजीपी ने यह स्पष्ट किया कि पुलिस का व्यवहार नागरिकों के प्रति सकारात्मक होना चाहिए, ताकि समाज में विश्वास और सहयोग बढ़ सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके।

पत्रकार वार्ता में डीजीपी द्वारा गंभीर अपराधों पर त्वरित कार्यवाही की जाने, गुंडे बदमाश तथा फरार अपराधियों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही किये जाने हेतु कहा गया। महिला सुरक्षा के सम्बन्धी सवाल के जवाब में कहा गया कि महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों पर प्राथमिकता के आधार पर कार्यावाही की जायेगी।

पुलिस कार्यालय शाखाओं का निरीक्षण-

इसके उपरांत पुलिस महानिदेशक द्वारा बहुउद्देशीय भवन के विभिन्न पुलिस शाखाओं का निरीक्षण कर कार्यों का मूल्यांकन कर आवश्यक निर्देश दिए गए।

जनपद नैनीताल एवं उधमसिंहनगर की अपराध समीक्षा-

डीजीपी उत्तराखण्ड द्वारा पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमायूँ परिक्षेत्र डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत एवं एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा व एसएसपी उधमसिंह नगर मणिकान्त मिश्रा की मौजूदगी में जनपद नैनीताल तथा उधमसिंह नगर के अपराधों की गहन समीक्षा की गयी।

डीजीपी द्वारा विशेष रूप से महिला अपराधों, साइबर क्राइम, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रवृत्ति पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये एवं सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इन मुद्दों की गम्भीरता को समझें और प्रभावी कदम उठाए ताकि अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सके। अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित कर लगातार मॉनिटरिंग की जाय। इससे अपराधियों के हौंसले पस्त होंगे तथा अपराध में कमी आयेगी। साथ ही यातायात व्यवस्था पर भी ध्यान केंद्रित करते हए अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने के प्रयास, ई चालान की कार्यवाही तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर बैरिकेटिंग लगाने की कार्यवाही के साथ ही जनजागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस की पहुंच जन-जन तक सुगम बनाने के निर्देश दिये गये।

सोशल मीडिया में चल रही अफवाहों का तत्काल खण्डन किया जाय, जघन्य अपराधों में लापरवाही एवं पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी, साथ ही अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।
महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों तथा नाबालिक के गुमशुदगी मामलों में त्वरित कार्यवाही की जाय। महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना को और अधिक मजबूत करने के लिए हर थाने में सुविधायुक्त एक कक्ष स्थापित किया जायेगा, जिसमें वे थाने में आकर अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें।
उन्होंने कहा कि साईबर ठगी वर्तमान में एक चुनौती बनकर उभरी है, जिसका मुकाबला करना नितान्त आवश्यक है। लोग ठगी का शिकार होकर अपने जीवनभर की कमाई एक झटके में उड़ा रहे हैं, साईबर ठगी के मामले सामने आने पर साईबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाय।

कार्यक्रम का संचालन पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह द्वारा किया गया। गोष्ठी में ए0पी0 वाजपेय सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी प्रकाश चन्द्र पुलिस अधीक्षक नगर हल्द्वानी, हरबंस सिंह पुलिस अधीक्षक अपराध/यातायात नैनीताल, नितिन लोहनी क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी, सुमित पाण्डे क्षेत्राधिकारी भवाली, भूपेन्द्र सिंह भण्डारी क्षेत्राधिकारी रामनगर, प्रमोद शाह क्षेत्राधिकारी, भगवत राणा प्रतिसार निरींक्षक पुलिस लाईन सहित सभी थाना/शाखा प्रभारी अन्य अधि0/कर्म0 उपस्थित रहे।
जनपद उधमसिंहनगर से निहारिका तोमर सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी सदर, मनोज कुमार कत्याल पुलिस अधीक्षक रूद्रपुर सहित सभी थाना/शाखा प्रभारी/ अन्य अधि0/कर्म0 उपस्थित रहे।

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