* हरदा पहले साफ करे कि उन्हे सीबीआई पर भरोसा है कि नही: चमोली
देहरादून। भाजपा विधायक विनोद चमोली ने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत क्या सीबीआई पर भरोसा करते हैं? अगर, हां तो खुद के मामले मे सीबीआई की जांच को वह राजनीति से प्रेरित और एजेंसी पर भरोसा न होने की बात कहते रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ धामी सरकार का अभियान अभूतपूर्व है और उसमे आशंका की लैस मात्र गुंजाइश नही है।
चमोली ने कहा कि हरिद्वार मे नगर निगम मामले पर अधिकारियों पर कार्यवाही जीरो टॉलरेंस का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि धामी सरकार मे जहाँ भी भ्रष्टाचार की शिकायत संज्ञान मे आ रही है तो कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। अब तक 200 से अधिक लोगों को भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों मे सलाखों के पीछे भेजा गया। नकल विरोधी कानून अस्तित्व मे आया तो नकल के सिंडिकेट तहस नहस कर आरोपियों को जेल भेजा गया। किसी भी जांच मे समानता के आधार पर पारदर्शी नीति का अनुपालन करते हुए छोटे बड़े का भेद न कर कार्यवाही अमल मे लायी गयी।
चमोली ने कहा कि भाजपा सरकार मे भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नही है। जांच एजेंसियों को फ्री हैंड दिया गया है। धामी सरकार ने कई नजीर प्रस्तुत की है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत खुद सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं, लेकिन वह सीबीआई पर संदेह जताते रहे हैं। पूर्व सीएम को यह साफ करना चाहिए कि क्या उन्हे सीबीआई पर भरोसा है। अगर वह स्थिति स्पष्ट करते हैं तो भाजपा इस पर विचार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस काल मे जिस तरह घपले घोटालो को सरंक्षण मिलता था वह बीते दिनों की बात हो गयी है। अब मामले का संज्ञान, जांच और कार्यवाही भी होती है। जनता सब जानती है कि पारदर्शिता से कार्य धामी सरकार मे ही संभव है।