कांग्रेस के  पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पंचायत चुनाव में हार का ठीकरा प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सिर पर फोड़ा

कांग्रेस के  पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पंचायत चुनाव में हार का ठीकरा प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सिर पर फोड़ा

देहरादून। हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं आने और  कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों की करारी हार के बाद कांग्रेस के भीतर घमासान मचा है। कांग्रेस के  पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पंचायत चुनाव में हार का ठीकरा सीधे प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सिर पर फोड़ दिया। प्रीतम ने सोमवार को‌ हमला  बोलते हुए यह आरोप लगाया कि प्रदेश प्रभारी पूरे पंचायत चुनाव के दौरान गायब रहे। इसका खामियाजा प्रत्याशी को उठाना पड़ा।

चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने सोमवार को यमुना कॉलोनी स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता की। पत्रकार वार्ता में विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि लगातार उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस के साथी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इस पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। 2022 के विस चुनाव में जिस हरिद्वार में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहा। कहा कि  पंचायत चुनाव पर हरिद्वार में विशेष फोकस करने की जरूरत थी, पर ऐसा नहीं हुआ। चुनाव को लेकर कोई नीति नहीं बनाई। प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया है कि टिकट बंटवारे को लेकर सिर्फ एक बैठक हुई। प्रभारी का अता-पता नहीं है। ऐसे में कांग्रेस कैसे मजबूत होगी? प्रभारी यदि मुझसे खफा हैं तो कोई बात नहीं, पर जिनसे बात कर सकते हैं, उसके साथ बैठकर बात करनी चाहिए थी। प्रीतम ने कहा कि राजनीति में हार जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं। चुनाव हुए, कांग्रेस पराजित हुई, इसके बाद विधायकों और प्रत्याशियों से लंबा संवाद होना चाहिए था। वो भी कहीं होता नजर नहीं आ रहा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रभारी की बनती थी। हार गए तो हार गए, पर आगे के लिए तो तैयारी करनी चाहिए। चुनाव हारने के बाद भी वे नदारद हैं। बकौल प्रीतम, मुझे राजनीति का लंबा अनुभव है। मैंने राजनीतिक वातावरण में ही सांस ली है। छठी बार विधायक हूं। हारने का ये मतलब नहीं कि हताश, निराश होकर घर बैठ जाएं। इससे तो पूरा दल ही संशय की स्थिति में आ जाएगा। हारने के बाद तो ज्यादा उत्साह के साथ काम करना चाहिए। प्रभारी को आना चाहिए और कांग्रेस को खड़ा करना चाहिए।
वहीं प्रीतम सिंह विधायक ममता राकेश से मिलने उनके भगवानपुर स्थित आवास पर पहुंचे। ममता राकेश के बेटे और बेटी ने रविवार को ही भाजपा ज्वाइन की है। इससे पूरी कांग्रेस पार्टी सकते में है। इस पर सोमवार को प्रीतम सिंह सीधे ममता राकेश से मिलने पहुंचे और विभिन्न विषय पर चर्चा की।

 

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