देहरादून। यूकेएसएसएससी और विधानसभा प्रकरण को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर हमला बोला है। करण माहरा ने कहा कि यूकेएसएसएससी और विधानसभा की बैकडोर भर्तियों की जांच में सरकार असली कसूरवारों को बचाने की कोशिश कर रही है। यूकेएसएसएससी भर्ती घोटालों में जब तक सफेदपोश नेताओं और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक यह जांच अधूरी ही रहेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा यूकेएसएसएससी के पूर्व अध्यक्ष एस.राजू ने साफ तौर पर कहा था कि उन्होंने घपलों की शिकायत की पर उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। कुछ सफेदपोश और अफसर नहीं चाहते थे कि जांच हो।
उन्होंने कहा कि सरकार की असली चुनौती जांच को रोकने की कोशिश करने वाले सफेदपोश और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की है। इस मामले में हाकम सिंह को आगे किया जा रहा है लेकिन सवाल यह है कि हाकम को पैदा करने वाले सफेदपोश लोगों को क्यों छिपाया जा रहा? जब तक इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार सलाखों के पीछे नहीं जाएंगे, तब तक सरकार प्रदेशवासियों का टूटा हुआ विश्वास नहीं लौटा पाएगी।
करण माहरा ने कहा कि विधानसभा में नौकरी पाए लोग नहीं बल्कि असली गुनहगार वो लोग हैं जिन्होंने नौकरियां लगाई। नैतिकता को ध्वस्त कर अपने रिश्तेदारों को नौकरियों पर लगाया। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी है। भले ही वो किसी भी दल के हों। हम सन 2000 से सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच की मांग कर रहे हैं। गोविन्द सिंह कुंजवाल अपनी ग़लती स्वीकारते हुए कह चुके कि जनता उन्हें दंडित कर चुकी है लेकिन भाजपा के लोग अब भी सामने आकर भर्ती घोटाले में शामिल होने की बात स्वीकार करने का साहस नहीं जुटा पाए हैं।
उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस सरकार में यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाला,सचिवालय भर्ती घोटाला,दरोगा भर्ती घोटाला, कोआपरेटिव घोटाला होना इनके भ्रष्टाचार में संलिप्तता को उजागर करता है।