देहरादून। उत्तराखंड में अभी तक मुख्यमंत्री का नाम फाइनल नहीं किया जा सका है। इस बीच आज दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है, कि 1991 से लगातार चुनते आ रहे उत्तराखंड के वरिष्ठ विधायक एवं बंशीधर भगत को दिल्ली से अचानक बुलावा आया है। इसके बाद सियासी गलियारों में अचानक हलचल तेज हो गई।
बताते चलें कि बंशीधर भगत को उत्तराखंड का प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। उनके कद का तभी से सभी को एहसास हो चुका है। आज एक बार फिर जब उन्हें दिल्ली हाईकमान की ओर से बुलावे का फरमान आया तो उनके लिए सीएम के पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। वर्तमान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 47 विधायकों ने जीत दर्ज की है। एक बड़ा वर्ग चाहता है कि विधायकों में से ही सीएम का नाम फाइनल होना प्रदेशहित में है। आज वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को आए बुलावे के बाद अब सियासी हलचल तेज हो गई है। बताते चलें कि इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ा गया था। जिसके परिणामस्वरूप भाजपा 47 जीतने में सफल रही, किंतु मुख्यमंत्री धामी चुनाव हार गए। इसके बाद भाजपा की रणनीति बिगड़ गई, जिस कारण सीएम के चेहरा फाइनल करने में समय लग रहा है।
बहरहाल, उत्तराखंड का नया सीएम कौन बनता है, यह तो समय ही बताएगा, किंतु वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को दिल्ली से बुलावा आने के बाद प्रदेश का सियासी पारा जरूर ऊपर चढ़ गया है।