* आपदा पर दो शब्द नही निकले काग्रेस प्रभारी के मुख से, राजनैतिक मुद्दों को दी प्राथमिकता
देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि जनता ने भाजपा को 11 जिप अध्यक्ष की सीटें देकर बदलाव की मंशा जाहिर कर दी है। जनता ने धन बल नही, बल्कि विश्वास और सरकार के विकास के प्रति समर्पण को देखकर मत दिया है। उन्होंने कहा कि
प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर तंज कसा कि बेहतर होता कि प्रभारी के कान में नैनीताल के बजाय आपदा पीड़ितों के लिए दो शब्द बेहद कहने का आग्रह भी कर देते।
मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों की डेढ़ वर्ष की मिन्नत के बाद उनकी प्रभारी ने प्रदेश के लिए सिर्फ राजनीति के लिए ही समय निकाला राज्य आपदा का साहस और एकजुटता से सामना कर रहा है। दो शब्द सहानुभूति के वे भी कहती तो अच्छा होता। कम से कम जो लोग मीडिया से बातचीत के समय उनके कान में नैनीताल का जिक्र कर रहे थे, वही धराली, थराली की पीड़ा उन्हें सुना देते। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आपदा में जान गंवाने वाले और घायलों, प्रभावितों को लेकर चिंता तक जाहिर करना उन्होंने जरूरी नहीं समझा। लगता है उनकी बैठक सिर्फ और सिर्फ संगठन में पदों की रस्सा कस्सी और एकदूसरे की शिकायतें तक सीमित रही।
उन्होंने कांग्रेस प्रभारी के पंचायत चुनावों में बदलाव वाले बयान पर कहा कि जो बामुश्किल 12 में से 1 जिला पंचायत अध्यक्ष सीट जीत पाए हों, उन्हें जनता की भावना को समझना चाहिए। जनता ने बदलाव के संकेत तो हमेशा दिए हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार रिपीट कर, केंद्र में मोदी सरकार की हैट्रिक लगाकर और निकाय, पंचायतों में भी हमे जिताकर। ये संकेत हर बार सरकार बदलने की परिपाटी को काम के आधार पर बदलने का था। जिसे वे भाजपा की शरारत बता रही थी, उसके असल अपराधी कानून के रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं। लिहाजा हमारी शरारत ने नहीं, बल्कि जनता ने उन्हें गांवों से साफ किया है। बेहतर हैं कि वे इस हकीक़त को जल्द स्वीकार करें और अपने स्थानीय नेताओं को नकारत्मक राजनीति त्यागने का सुझाव दें। अन्यथा जनता का आशीर्वाद तो भाजपा को मिलता ही रहेगा और प्रदेश का विकास भी जारी रहेगा, लेकिन कांग्रेस कभी पुनर्जीवित नहीं हो पाएगी।