पीएम मोदी बोले : अगर कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता

पीएम मोदी बोले : अगर कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान वह अपनी सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा तो दे ही रहे हैं, साथ ही विपक्ष पर भी लगातार निशाना साध रहे हैं।

इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार नहीं होता। इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए और भी ऐसे कई घटनाओं का जिक्र किया। इस दौरान विपक्ष खासकर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया।

कांग्रेस ने होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। कांग्रेस न होती तो लोगों को सारी सुविधाएं मिलतीं। कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता। कांग्रेस न होती तो जातिवाद न होता। कांग्रेस न होती तो आज पंडित कश्मीर में होता।

साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख नए ईपीएफओ के पेरोल पर जुड़े, इनमें से 60-65 लाख 18 से 25 वर्ष की आयु के हैं। रिपोर्ट बताती है कि कोरोना के पहले की तुलना में कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद नियुक्तियां दोगुनी बढ़ गई हैं: राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा जब हमने COVID पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई और केंद्र सरकार एक प्रस्तुति देने के लिए तैयार थी, तो कई दल नहीं आए। पार्टियां राष्ट्रीय स्थिति के आधार पर एक बैठक का बहिष्कार कर रही थीं। हमने समग्र स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान केंद्रित किया।

पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा के साथ आधुनिक स्वास्थ्य सेवा का संयोजन किया। हल्दी के निर्यात में वृद्धि हुई है क्योंकि दुनिया ने देखा है कि कैसे भारत के पारंपरिक तरीकों ने COVID के खिलाफ हमारी लड़ाई में मदद की। महंगाई ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। अमेरिका 40 साल में सबसे ज्यादा और ब्रिटेन 30 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का सामना कर रहा है। यूरो वाले देश भी अपनी मुद्रा के रूप में अभूतपूर्व मुद्रास्फीति का सामना कर रहे हैं।

ऐसे में हमने महंगाई पर काबू पाने की कोशिश की है। 2015-2020 के बीच यह दर 4-5% के बीच थी। यूपीए के दौरान दहाई अंक में थी महंगाई! आज, हम एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था हैं जो उच्च विकास और मध्यम मुद्रास्फीति का सामना कर रही है। कोरोना काल के दौरान भी पांच करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल की सुविधा मुहैया करायी गयी। सरकार ने बुनियादी ढांचा से जुड़ी परियोजनाओं पर जोर दिया ताकि कोरोना काल के दौरान रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।

यूपी और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरिडोर बना रहे हैं, जिस तरह से MSME क्षेत्र के लोग डिफेंस सेक्टर में आ रहे हैं ये उत्साहवर्धक है और दिखाता है कि देश के लोगों में सामर्थ्य है। देश को डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए MSME के लोग बहुत साहस जुटा रहे हैं।

इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ़्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले। भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

All Recent Posts देश