पीएम ने ’उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023’ का किया उद्घाटन, सफल आयोजन के लिए मोदी ने सीएम धामी को दी बधाई

पीएम ने ’उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023’ का किया उद्घाटन, सफल आयोजन के लिए मोदी ने सीएम धामी को दी बधाई

देहरादून। शुक्रवार का दिन उत्तराखंड के लिए भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। प्रदेश सरकार ने ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश की जो परिकल्पना बुनी थी, उसे साकार करने के लिए पहला मजबूत कदम धरातल पर बढ़ा दिया गया। निवेश के लक्ष्य के अनुरूप हस्ताक्षरित एमओयू (समझौता ज्ञापन) को धरातल पर उतारने (ग्राउंडिंग) के लिए देश और दुनिया के दिग्गज उद्योगपति देहरादून पहुंचे और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शिरकत की। ढाई लाख करोड़ के निवेश के लक्ष्य की पूर्ति के लिए किए गए इस महाआयोजन में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले बाबा केदार की दर पर अचानक मुहं से निकला था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का है और आज इसे चरितार्थ होता हुआ भी देख रहा हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने  संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को  बधाई देते हुए इन्वेस्टर सम्मिट  के सफल होने की कामना की। प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर कहा कि आप सभी को भी इस गौरव से जुड़ने के लिए एक बहुत बड़ा अवसर मिल रहा है बीते दिनों  उत्तरकाशी में जो टनल से श्रमिकों को निकालने का अभूतपूर्व अभियान चला उस पर प्रधानमंत्री ने सीएम धामी और सरकार को बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई ) में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का उद्घाटन करते हुए 44 हजार करोड़ रुपये के निवेश की ग्राउंडिंग की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड को जिया है, उसकी भावनाओं को महसूस किया है। बेहद हर्ष की बात है कि सामर्थ्य से भरी देवभूमि निवेश के बहुत सारे द्वार खोलने जा रही है। बिजनेस की दुनिया के दिग्गज सभी पहलुओं का आकलन कर आगे की रणनीति तैयार करते हैं। ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू बताते हैं कि दिग्गज उद्योगपति भी उत्तराखंड और इसके भविष्य को लेकर आशावान हैं। उन्हें यहां छिपी संभावना साफ नजर आ रही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज भारत को लेकर विश्लेषण करें। भारत अस्थिरता नहीं चाहता है। आज दुनिया भारत और भारतीयों को सम्मान की नजर से देख रही है। कोरोना संकट से उभरते हुए भारत ने विकसित होने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। डबल इंजन के प्रयास सभी तरफ दिख रहे हैं। गांव की सड़क हो या चारधाम की, सभी तरफ अभूतपूर्व काम किए जा रहे हैं। इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी महज ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास की दिशा में बढ़ाए जा रहे तमाम कदमों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि आकांक्षी भारत में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। मध्यम वर्ग की खर्च की क्षमता बढ़ी है। उनकी आकांक्षा और संभावना को भी समझने की जरूरत है। सरकार ने आने वाले समय में दो करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां माना जाता है और कहा जाता है कि जोड़े ईश्वर बनाता है। समझ नहीं पा रहा हूं कि जब जोड़े ईश्वर बनाता है तो नवदंपती जीवन की नई यात्रा शुरू करने से पहले उस ईश्वर के चरणों में जाने की जगह विदेश क्यों चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सवाल वह अमीरों से ठोक कर पूछना चाहते हैं।
समिट के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। यही समय सही समय है। भारत का समय है। देश की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि इस लक्ष्य को हासिल करके रहेंगे। साथ ही कहा कि मोदी ने ठान लिया है पहाड़ का पानी और जवानी यहीं काम आएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर उनका विशेष अधिकार है।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के अंब्रेला ब्रांड हाउस ऑफ हिमालय को लांच किया। इस अवसर उन्होंने लोकल सल्पाई चेन को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज का समय वोकल फॉर लोकल का है। साथ ही उम्मीद की कि अंब्रेला ब्रांड हाउस इस बात को साकार करने का काम करेगा।

दिशा देखाने वाली महान विभूतियों का अंश मोदी में

इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि तमाम महान विभूतियों ने देश को दिशा दिखाने का काम किया है। उनका अंश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में नजर आता है। वह भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिकी और पारिस्थितिकी में समन्वय बनाना ही इस सम्मेलन का उद्देश्य है। इस तरह का सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में किया जाएगा। वहीं, अडानी समूह के निदेशक प्रणव अडानी ने राज्य की नीतियों की सराहना की। जिंदल समूह के प्रतिनिधि सज्जन जिंदल ने भारत के तेजी से विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर विचार रखे। साथ ही कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में 1500-1500 मेगावाट के पंप स्टोरेज स्थापित किए जाएंगे। इसी तरह आईटीसी के प्रतिनिधि संजीव ने भी राज्य सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए उद्योग के लिए राज्य में बेहतर वातावरण बताया। दूसरी तरफ योग गुरु व पतंजलि के प्रणेता बाबा रामदेव में राज्य में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात कही।

इस अवसर पर राजयपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रिटा.), अश्वनी चौबे समेत राज्य सरकार के तमाम मंत्रीगण, अधिकारी और बड़ी संख्या में उद्योग जगत की हस्तियां उपस्थित रहीं।

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