* आरक्षण पर राहुल का बयान, कांग्रेसी आरक्षण विरोधी मानसिकता का परिचायक : महेंद्र भट्ट
* सिक्खों को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी, राष्ट्रभक्त समुदाय को भड़काने की साजिश
देहरादून। भाजपा ने आरक्षण समाप्त करने को लेकर अमेरिका में दिए राहुल के बयान की कड़ी निन्दा करते हुए, उनकी आरक्षण विरोधी मानसिकता बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे कांग्रेस का असली आरक्षण और संविधान विरोधी चेहरा बताया है। साथ ही भरोसा दिलाया, भाजपा के रहते कोई आरक्षण को समाप्त करने की सोच भी नही सकता है। वहीं सिक्खों को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को भी उन्होंने राष्ट्रभक्त समुदाय को भड़काने की साजिश करार दिया।
पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उनके सहयोगी देश में संविधान की प्रति हाथ में लेकर घूमते हैं और उनके नेता राहुल विदेश में उसी संवैधानिक व्यवस्था की बदनामी करने का काम करते हैं। साथ ही कहा कि अमेरिका के दौरे पर राहुल के ताजा बयान से कांग्रेस पार्टी की आरक्षण विरोधी मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। उनके बयान से तो स्पष्ट होता है, कांग्रेस बाबा साहब डॉ. अंबेडकर द्वारा दिए गए आरक्षण को समाप्त करना चाहती है। हालांकि कांग्रेस का इतिहास भी हमेशा से आरक्षण और संविधान विरोधी अपराधों से दागदार रहा है। जिसमें प्रधानमंत्री नेहरू ने आरक्षण को अयोग्यता की निशानी मानकर सभी राज्यों को पत्र जारी कर विरोध किया था। इंदिरा गांधी ने लाल किले के प्राचीर से आरक्षण भेदभाव करने वाला बताया और राजीव गांधी ने तो सदन के पटल पर इसे गैरजरूरी बताया था। जिन्होंने दशकों तक मंडल आयोग की रिपोर्ट को दबाए रखा, वही आज आरक्षण एवं संविधान बचाने के नाम पर भ्रम एवं झूठ की राजनीति कर रहे हैं। लिहाजा राहुल के विदेशी दौरे पर दिए गए बयान से कांग्रेस और उनके गठबंधन का असली चेहरा एक बार फिर सबके सामने आ गया है।
वहीं भाजपा का स्पष्ट मानना है कि संवैधानिक व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखते हुए देश में समानता स्थापित करने के लिए आरक्षण बेहद जरूरी है। उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा, भाजपा के रहते, आरक्षण को समाप्त करना तो दूर कोई उस प्रावधान से छेड़छाड़ करने की भी नहीं सोच सकता है। कांग्रेसी मानसिकता वाले लोग इस मुद्दे पर जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयानों का इस्तेमाल करते आए हैं। कांग्रेस के लिए आरक्षण का मुद्दा चुनावी है और जो राहुल ने अमेरिका में कहा, वह उनकी असलियत है । लिहाजा हम सबको आरक्षण और संविधान विरोधी इंडी गठबंधन के असली इरादों से सावधान रहने की जरूरत है। केंद्र में लंबे अरसे तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ना तो जातीय जनगणना करा पाई और ना ही ओबीसी आरक्षण को ही लागू कर पाई । लेकिन अब 10 वर्ष से सत्ता से बाहर रहने के बाद देश को जातिवाद और क्षेत्रवाद में बांटना चाहती है।
इसी तरह उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अमेरिका में सिखों को लेकर की गई टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल विदेश में ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर बोलकर ‘खतरनाक विमर्श’ गढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। वे देश में सिखों की स्थिति को लेकर झूठ फैलाकर अपनी रोटियां सेकने के लिए विदेशों में रह रहे सिख समुदाय में अफवाह फैलाना चाहते हैं। उन्होंने राहुल को याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी के शासन में दिल्ली में 1984 के दंगों के दौरान 3000 सिखों का नरसंहार किया गया। उनकी पगड़ियां उतार दी गईं,उनके बाल काट दिए गए और दाढ़ी मुंडवा दी गई थी । उन्होंने इस पाप के लिए कभी माफी नहीं मांगी और आज राजनैतिक लाभ और देश की छवि खराब करने के लिए राष्ट्रभक्त सिख समाज को भड़काने की साजिश कर रहे हैं।