* देवभूमि का अन्ना संवारेगा तीर्थनगरी ऋषिकेश : दिनेश चन्द्र मास्टरजी
* निकाय चुनाव में प्रदेशभर में हॉट सीट बनी ऋषिकेश पर सबकी निगाहें
दून विनर/ऋषिकेश। यूं तो प्रदेशभर में 11 नगर निगमों में चुनाव की सरगर्मियां पूरे जोरों पर हैं, किंतु इस चुनाव में ऋषिकेश नगर निगम सबसे हॉट सीट बनी हुई है। इस सीट पर राज्यभर के जनमानस समेत राष्ट्रीय राजधानी के राजनीतिक चाणक्यों की भी पैनी निगाह बनी हुई हैं। यहां जनता के निर्दलीय प्रत्याशी मास्टरजी से भाजपा-कांग्रेस जैसी बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों का सिरदर्द बढ़ता दिखाई दे रहा है।
मास्टरजी की चुनावी डुंकरताल से भाजपा-कांग्रेस में खलबली
ऋषिकेश नगर निगम की आरक्षित सीट से इस बार चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां भाजपा ने शंभू पासवान तो कांग्रेस ने दीपक जाटव और उत्तराखंड कांति दल ने महेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। इसके विपरीत जनता के प्रत्याशी के रूप में दिनेश चंद्र मास्टरजी की चुनावी डुंकरताल से भाजपा-कांग्रेस में खलबली मची हुई है।
नहीं मिल रहा मास्टर स्टोक का तोड़
मतदान के लिए मात्र एक सप्ताह का समय शेष है। बताया जा रहा है कि दोनों दलों को मास्टर के मास्टर स्टोक का तोड़ नहीं मिल पा रहा है। यह देख पाटी संगठन से जुड़े नेताओं की बेचैनी भी जब-तब देखने को मिल रही है और वे मास्टरजी के खिलाफ चुनावी चक्रव्यूह रच रहे हैं, किंतु सामने वाले रथ के सारथी यमकेश्वर के मांझी नाम से विख्यात सुदेश भट्ट जैसे पर्वतारोही हों, उनके किले को भेद पाना इतना आसान नहीं है।
बता दें कि कांग्रेस के बाद भाजपा के कुछ बड़े नेताओं के बयान भी सामने आए। यूं तो भाजपा- कांग्रेस के नेताओं ने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में ये बयान दिए थे, किंतु यह निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टरजी के लिए संजीवनी जैसे साबित हुए।
दरअसल दिनेश चंद्र मास्टरजी देवप्रयाग क्षेत्र के मूल निवासी हैं। ऋषिकेश की जनता का मानना है कि इस बार यहां का स्थानीय निवासी ही उनका महापौर होना चाहिए। यही कारण है कि मूल निवास भू कानून से के समन्वय मोहित डिमरी व लसुन टोडरिया और उनकी टीम से जुड़े सभी लोग मास्टरजी का समर्थन कर रहे हैं। यही नहीं बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाँवी पंवार एवं केदारनाथ से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके त्रिभुवन चौहान ने भी ऋषिकेश में उनके समर्थन में डेरा डाल दिया है।
इस चुनाव में दिनेश चंद्र मास्टरजी के साथ सुदेश भट्ट उनके चुनावी रथ के सारथी हैं। वे नगर निगम क्षेत्र में जिस और भी इस प्रचाररूपी रथ को घुमाते हैं, मास्टरजी के समर्थन में लोगों का जनसैलाब देखते ही बनता है। इसके अलावा सुधीर राय रावत राजनीतिक चाणक्य बनकर उनके चुनाव कैपनिंग में जुटे हुए हैं। यही नहीं कई संगठन मिलकर उनके समर्थन में काम कर रहे हैं।
ऋषिकेश को माफिया व नशे से बचाने का समय
जनता के प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टरजी ने बताया कि उनकी लड़ाई धनबल, माफिया, नशाखोरी व भ्रष्टाचार से है। वे गंगाजल के साथ मतदाताओं के बीच जा रहे हैं। उनका कहना है कि ऋषिकेश की जनता को माफियाराज व नशाखोरी चाहिए या फिर जमीन से जुड़ा हुआ महापौर। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब जनता की समझ में आने लगा है कि वाकई अब ऋषिकेश को माफिया व नशे से बचाने का समय आ गया है और उन्हें जनता का खूब आशीर्वाद मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में सभी वर्गों व समुदाय का उन्हें खूब समर्थन मिल रहा है।
यह पूछने कि आपकी पोशाक व पहाड़ी टोपी अन्ना हजारे जैसी लग रही है, क्या राज है? बोले- मैं भी देवभूमि का अन्ना हूं, अब यही अन्ना संवारेगा तीर्थनगरी ऋषिकेश।
बहरहाल, ऋषिकेश में नगर निगम चुनाव का रोमांच बढ़ता ही जा रहा है। अब देखना यह होगा कि इस बार निगम का ताज किसके सिर पर सजता है!