पूर्व विधायक सरिता आर्य को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया

पूर्व विधायक सरिता आर्य को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया

नैनीताल आरक्षित सीट से कांग्रेस से हाल ही में पार्टी में शामिल पूर्व विधायक सरिता आर्य को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। 2012 में विधायक बनी सरिता 2017 में भाजपा प्रत्याशी संजीव आर्य से करीब सात हजार मतों से चुनाव हार गई थीं।इस बार अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अंबादत्त आर्य, मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रकाश आर्य, मुख्यमंत्री के पीआरओ एवं पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश आर्य, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोहन पाल, मोर्चा के पदाधिकारी समीर आर्य, भाजपा जिला मंत्री कमला आर्य ने दावेदारी की थी, जबकि पर्यवेक्षकों केसामने पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश आर्य, मोहन पाल, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अंबा दत्त आर्य को लेकर कार्यकर्ताओं में रायशुमारी कराई गई थी।निवर्तमान विधायक संजीव के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता हेम आर्य भी भाजपा में घर वापसी कर टिकट की उम्मीद पाले थे। राज्य बनने के बाद यह दूसरा मौका है जब भाजपा ने नैनीताल सीट से महिला प्रत्याशी उतारी है। इससे पहले राज्य के पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वरिष्ठ नेत्री शांति मेहरा को प्रत्याशी बनाया था।

पूर्व विधायक सरिता आर्य जनता में सरिता दीदी के नाम से लोकप्रिय हैं। कांगे्रस में वापसी कर चुके निवर्तमान विधायक संजीव आर्य का टिकट करीब-करीब तय होने से सरिता का सियासी भविष्य भंवर में फंस गया था। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पार्टी का टिकट के लिए दो टूक मनाही करने के बाद सरिता के सुर बदल गए और कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में बयान दे दिया कि टिकट की गारंटी पर वह भाजपा मेें शामिल हो जाएंगी। सूत्रों के अनुसार संजीव की कांग्रेस में वापसी के बाद से ही सरिता ने अपने संपर्क के माध्यम से भाजपा हाईकमान से संपर्क साधा तो राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक की सरिता से बातचीत हुई। सह प्रभारी लाकेट चटर्जी के माध्यम से प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी से मुलाकात कराई गई।

 

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