सरिता आर्य ने प्रेसवार्ता कर कांग्रेस और कांग्रेस उम्मीदवार पर षडय़ंत्र के तहत मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया

 सरिता आर्य ने प्रेसवार्ता कर कांग्रेस और कांग्रेस उम्मीदवार पर षडय़ंत्र के तहत मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया

 सरिता आर्य के जाति प्रमाण पत्र पर उठ रहे सवालों को लेकर कांग्रेस पर करारा हमला बोला है। उन्होंने सोमवार को प्रेसवार्ता कर कांग्रेस और कांग्रेस उम्मीदवार पर षडय़ंत्र के तहत मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। कहा कि वह कई बार अपनी जाति का प्रमाण देने के साथ ही हाई कोर्ट में भी खुद को साबित कर चुकी हैं। इसके बाद भी उनकी जाति पर सवाल खड़े कर छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि जल्द ही न्यायालय की शरण लेने के साथ ही वह संबंधित व्यक्ति पर मानहानि का दावा भी करेंगी। प्रेसवार्ता के दौरान वह फूट-फूट कर रो पड़ीं।

मल्लीताल में पत्रकार वार्ता कर सरिता ने कहा कि 2003 में पालिका चुनाव लडऩे के बाद से कई बार उनकी जाति को सवाल उठाए गए हैं। 2012 में इस मामले में हाई कोर्ट से उन्हें क्लीन चिट मिल चुकी है। अब चुनाव से ठीक पहले नैनीताल से बाहर गौलापार निवासी एक व्यक्ति को मोहरा बनाकर इस मुद्दे को उठाकर कांग्रेस षडयंत्र रच रही है। उन्होंने कांंग्रेस प्रत्याशी संजीव आर्य पर आरोप लगाया कि भाजपा से टिकट मिलने के बाद उनके खिलाफ षडय़ंत्र रचकर उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने तहसीलदार को पत्र लिखकर शिकायती पत्र का ब्योरा मांगा है।

पत्रकार वार्ता के दौरान रोते हुए सरिता ने कहा कि उनके पिता ने दो शादियां की थी। बचपन से वह अनुसूचित जाति की मां के साथ ही रही। मां ने ही उनका पालन पोषण किया। ऐसे में उन्होंने कभी पिता के नाम के अलावा अन्य कहीं भी उनका लाभ नहीं लिया। 2012 में हाई कोर्ट पहुंचने के बाद कोर्ट ने भी मां द्वारा उनका भरण पोषण करने के कारण उनकी जाति को अनुसूचित जाति माना, मगर उनके खिलाफ षडयंत्र कर उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है।

 

उत्तराखण्ड राजनीति